मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शिल्पग्राम केन्द्र भावी पीढ़ी को सांस्कृतिक परंपराओं से अवगत करवाने का महत्वपूर्ण माध्यम है। मध्यप्रदेश शासन खजुराहो स्थित शिल्पग्राम केंद्र को एक विरासत के रूप में भावी पीढ़ी के लिए बेहतर ढंग से पहुँचाना चाहता है। शिल्पग्राम को मध्यप्रदेश शासन को सौंपे जाने पर भारत सरकार के कार्यक्रमों के लिए इसे प्राथमिकता से उपलब्ध करवाया जाएगा। वर्तमान में शिल्पग्राम के संचालन का दायित्व उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज को देने का प्रस्ताव है। शिल्पग्राम का निर्माण मध्यप्रदेश की परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से किया गया था। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यटन स्थल खजुराहो में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक शिल्पग्राम का अवलोकन करते हैं। वर्तमान में शिल्पग्राम में ऑडिटोरियम, प्रदर्शनी कक्ष, प्रशासकीय भवन, मुक्ताकाशी मंच आदि निर्मित हैं। शेष रिक्त भूमि पर इस केंद्र के विस्तार का प्रस्ताव है। केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने इस संबंध में शीघ्र ही आवश्यक निर्णय लिये जाने का आश्वासन दिया।
सांची बौद्ध अध्ययन केन्द्र
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से अनुरोध किया कि साँची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में टैगोर कल्चर हॉल निर्माण की स्वीकृत परियोजना में मध्यप्रदेश शासन अपने वित्तीय संसाधनों से निर्माण कर रहा है। इसके लिए केंद्र द्वारा आवश्यक राशि प्रदान की जाए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार 48 करोड़ 18 लाख रूपये की परियोजना के लिए पूर्ण सहयोग देने के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री से भेंट के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रामायण सर्किट योजना में चित्रकूट धाम और आसपास के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को आध्यात्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की परियोजना पर भी शीघ्र अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सीहोर जिले के सलकनपुर स्थित विजयासन माता (बिजासन देवी) मंदिर परिसर में पर्यटन सुविधाएँ बढ़ाने संबंधी परियोजना की भी जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री चौहान द्वारा पर्यटन विकास के लिए किए जा रहे विशेष प्रयासों की प्रशंसा की। रेड्डी ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन विकास के लिए केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग मिलेगा।