हिंदू उत्सव समिति के पूर्व अध्यक्ष व कुशवाह समाज के प्रांतीय अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने बताया कि यह शहर की सबसे पुरानी रामलीला है। भेल और जुमेराती में भी सत्तर के दशक में रामलीला शुरू हुई थी। जबकि यह १९५६ से हो रही है। बचपन से हम इसे देखते ही नहीं आ रहे, बल्कि समिति की व्यवस्था में सक्रिय भी रहे है। इसमें स्वंतत्रता संग्राम सेनानी स्व, बाबूलाल भानपुर हनुमान का किरदार निभाते थे, वहीं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.धन्ना लाल कुशवाह रावण, मेधनाथ व कुंभकरण के किरदार निभाते थे।
-ऐसे शुरू होगा आयोजन
बसंत पंचमी पर रविवार को दोपहर झंडा चढ़ेगा और शाम दो बजे से छह बजे तक रामालीला मंचन शुरू हो जाएगा। बीस फरवरी को रावण दहन धूमधाम के साथ होगा। जिसमें मेला लगने के साथ ही आतिशबाजी का आयोजन भी किया जाएगा।