गृहमंत्री बाला बच्चन ने दिया ये निर्देश
प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा मामले से संबंधित सभी साक्ष्य जुटा लिए गए हैं। आरोपी अभी फरार हैं, बहुत जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरोपी शायद कुछ दिन पहले ही यहां मजदूरी करने आया था। बस्ती की मदद से आरोपी को चिंहित कर लिया गया है। जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर कडी से कडी कार्रवाई की जाएगी ताकि आगे ऐसी घटना न हो सके।
ये है पूरा मामला
दरअसल, बीते शनिवार रात करीब 8 बजे नेहरू नगर IIFM के सामने एक बस्ती में रहने वाली 10 साल की मासूम बच्ची अपने पिता के कहने पर दुकान से गुटखा लाने के लिए घर से निकली थी। घंटों बीत जाने के बाद जब बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजन मासूम बच्ची को कॉलोनी में ढूंढने निकले। लेकिन बच्ची नहीं मिली।
बच्ची के चाचा ने ये कहा
मृतका नाबालिग बच्ची के चाचा ने बताया कि रात करीब 8.30 बजे लड़की गुटखा लेने दुकान पर गई थी, दुकान थोड़ी दूर है… काफी देर बीते जाने के बाद भी बच्ची गुटखा लेकर वापिस नहीं आयी… बस वहीं से उसका किडनैप हो गया… क्या हो गया।
रात 9 बजे पुलिस को खबर दी लेकिन पुलिसवालों ने खबर नहीं लिखी। पुलिस ने कहा – जाओं कहीं भग गई होगी या खेल रही होगी। फिर हमने रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड, बस्ती में और कई जगह ढूंढा… ढूंढते-ढूंढते रात हो गयी। रात करीब 11.30 बजे पार्षद मोनू ने पुलिस को फोन लगाया तब जाके पुलिस बस्ती में आए और कुर्सी लगाके बैठ गए और गुटखा पानी मांगने लगे। कहा वो तो मिल जाएगी।
पुलिस ने नहीं दर्ज की FIR
परिजन बच्ची के लापता होने की सूचना देने कमला नगर थाना पहुंचे थे। लेकिन यहां परिजनों की पुलिस ने नहीं सुनी। रात 11.30 बजे परिजन ने पार्षद से कह कर पुलिस को फोन कर के बुलाया तब जाकर पुलिस पहुंची। परिजन का आरोप है कि पुलिस यहां चाय नाश्ते की मांग कर रही थी और मामले को दबाने का दबाव डाली फिर पुलिस चली गयी।
घर से 20 मीटर दूरी पर मिली लाश
बेबस मासूम बच्ची के परिजन रातभर बच्ची को ढूंढते रहें। सुबह करीब 5 बचे पीडित परिजन के घर से करीब 20 मीटर की दूरी पर मासूम बच्ची का शव मिला। परिजन और रहवासियों ने कमला नगर थाने का घेराव कर दिया। तब पुलिस प्रशासन हरकत में आयी।
7 पुलिसकर्मी निलंबित
बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या मामले में लापरवाही बरतने वाले 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक एएसआई देव सिंह, दो हवलदार नरेंद्र और जगदीश, चार सिपाही ब्रजेंद्र, रूप सिंह, प्रहलाद और वीरेंद्र सिंह निलंबित किया गया।
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस रवाना
जानकारी के मुताबिक मंडवा बस्ती में ही पीडित परिजन के एक घर छोड़कर अकरम के मकान में 35 साल से संदेही आरोपी रह रहा था। संदेही आरोपी विष्णु प्रसाद और अन्य को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम मक्सी, उज्जैन और खंडवा के लिए रवाना हुई है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जल्दी ही आरोपी की गिरफ्तारी होगी।