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भोपाल

जनता की गाढ़ी कमाई से आवास बनाए और भूल गया निगम, आवंटन से पहले ही कब्जों में

देवेंद्र शर्मा, भोपाल. मकान बनाओ और भूल जाओ। नगर निगम केंद्र की योजनाओं के तहत बनाए आवासों में इसी फार्मूले पर काम कर रहा है। यकीन न हो तो भानपुर खंती के सामने बने बहुमंजिला आवासों में जाकर मुआयना कर आइए। यहां बरखेड़ी से शिफ्ट परिवारों के अलावा भी 50 से अधिक परिवार बिना किसी जरूरी प्रक्रिया के रह रहे हैं।

भोपालMay 17, 2019 / 07:51 am

देवेंद्र शर्मा

आवास

पुलिस लाइन में बढ़ी परेशानी, 300 से अधिक आवासों के लिए नहीं है पानी टंकी

इतना ही नहीं, प्रोजेक्ट की जिन विंग में कोई नहीं रहता वहां के फ्लेट्स पर भी कोई ताला नहीं है। यानि ये सभी के लिए खुले हुए हैं। कोई भी आए रहे और चला जाए। करोड़ों रुपए के इस प्रोजेक्ट की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। पास के एरिया में दीवार ओपन कर रखी है जिसने बेरोक आवाजाही तय कर रखी है। निगम ने भानपुर प्रोजेक्ट के लिए एक सुपरवाइजर तय किया हुआ है, लेकिन वह किसी को नजर नहीं आता। पत्रिका की टीम भी जब यहां निरीक्षण के लिए पहुंची तो कोई भी यहां नहीं था।

दावों से उलट हकीकत

सुरक्षा- यहां सूने फ्लेट्स पर मजबूत ताला लगाना जरूरी है, ताकि कोई बाहरी तत्व इसका उपयोग न कर सकें।

स्थिति- पत्रिका टीम निरीक्षण करते हुए ब्लॉक ए-5 के सामने की मल्टी में पहुंची तो यहां चार से पांच फ्लेट के गेट खुले मिले। कोई ताला नहीं। जिनपर ताले लगे वे भी इतने छोटे की एक झटके में टूट जाए।

सुपरविजन- इन आवासों में आवंटन नहीं होने तक निगम अपने स्तर पर मॉनीटरिंग कर रहा है।
स्थिति- पत्रिका टीम जब यहां पहुंची तो उसे कोई सुपरवाइजर नहीं मिला। यहां के लोगों ने बताया कि कोई नहीं रहता है। खाली फ्लेट्स में कुछ समय रूकने के हिसाब से आए दिन लोग आते रहते हैं।


पानी- प्रोजेक्ट के तहत पाइप लाइन से हर घर तक साफ पानी का दावा।

स्थिति- यहां बरखेड़ी क्षेत्र के जिन लोगों को शिफ्ट किया हुआ है, उनके लिए प्लास्टिक की टंकी रखी है और उससे ही वे पानी ले रहे हैं। पाइप लाइन बिछी हुई दिख रही है, लेकिन सिर्फ नाम के लिए।

सीवेज- प्रोजेक्ट में सीवेज निकासी के लिए अंडरग्राउंड सीवेज लाइन के साथ बारिश का पानी निकाले खुली नालियां है।
स्थिति- यहां अंडरग्राउंड सीवेज सिस्टम कोई काम नहीं कर रहा। ओपन नालियों में सीवेज जमा है और पूरा क्षेत्र गंदगी से पटा हुआ है।

वाजपेयी नगर प्रोजेक्ट में भी किए थे ऐसे ही हाल

वाजपेयी नगर में केंद्र सरकार की राशि से बनाए प्रोजेक्ट में भी ऐसी ही स्थिति थी। प्रोजेक्ट में बिना आवंटन लोगों ने आवासों पर कब्जा किया और 400 से अधिक आवास आज भी उसी कब्जे की स्थिति में है। बताया जा रहा है कि ये क्षेत्रीय राजनीतिक रसूख की वजह से लोगों को कब्जा कराने का खेल किया जाता है। निगम के जिम्मेदार इस दौरान मौन रहते हैं।

अभी आवासों पर इतना खर्च, कब्जे हुए तो बेकाम होगा
– 2880 आवास तैयार हो रहे हैं कोकता में 203.46 करोड़ रुपए से

– 2232 आवास बनाने का काम बाग मुगलिया में
– 1488 आवास बनाने का काम अयोध्या बायपास भानपुर

– 1800 आवास 12 नंबर स्टॉप पर 135.24 करोड़ रुपए से
– 1368 आवास श्यामनगर में 101.40 करोड़ रुपए में

– 9304 आवास बाणगंगा के स्मार्टसिटी एरिया में
– 1392 आवास राहुल नगर में

– 3048 आवास ईदगाह हिल्स के वाजपेयी नगर में
– 2496 आवास गरीब नगर, शंकर नगर में

– 576 आवास हिनोतिया आलम में

केंद्र की अलग-अलग योजनाओं से शहर में आवास बने हैं और बनाए जा रहे हैं। नियम प्रक्रिया के तहत ही आवंटन हो रहा है। प्रोजेक्ट की स्थिति को एक बार फिर दिखवा लेंगे। गड़बड़ी पर कार्रवाई की जाएगी।

– जीएस सलूजा, इंचार्ज हाउसिंग प्रोजेक्ट नगर निगम

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