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भोपाल

स्वाइन फ्लू और डेंगू का बढ़ा प्रकोप, बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय

भोपाल में इन दिनों स्वाइन फ्लू,डेंगू व चिकनगुनिया फैल रहा है, यहां स्वाइन फ्लू के तीन नए मरीजों समेत डेंगू के 7 व चिकनगुनिया के 2 नए मरीज मिले हैं।

भोपालSep 19, 2017 / 11:40 am

दीपेश तिवारी

protection from Swine Flu And Dengu
भोपाल। मौसम जारी उतार चढ़ाव का असर लोगों की सेहत पर भी पड़ रहा है। हर रोज स्वाइन फ्लू (Swine Flu)के नए मरीज सामने आ रहे हैं। सोमवार को भी जांच में तीन नए मरीजों और मिले हैं। शहर में स्वाइन फ्लू के अब तक 98 मरीज सामने आ चुके हैं। इधर, डेंगू (Dengu) के सात और चिकनगुनिया के दो नए मरीज मिले हैं। शहर में इन दोनों मर्ज से पीडि़तों की संख्या बढ़कर क्रमश: 177 और 39 हो गई है।
बीते सप्ताह मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा रही। बीत सात दिन में तीनों बीमारियों के 217 संदिग्ध मरीज अस्पताल पहुंचे जिनमें से 93 मरीज पॉजीटिव पाए गए। इनमें स्वाइन फ्लू के 24 डेंगू के 51 और चिकन गुनिया के मरीजों की संख्या 18 है।
13 हजार का जुर्माना :
नगर निगम मलेरिया विभाग के साथ मिलकर प्रत्येक जोन में टीमें भेजकर जांच करवा रहा है। सोमवार को टीमों ने घर-घर जाकर जांच की। इस दौरान लार्वा और दुकानों के आसपास गंदगी मिलने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की गई। टीम ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में दर्जनों चालान काटकर कुल 12 हजार 750 रुपए बतौर स्पॉट फाइन वसूल किए।
बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय :-
मौसम परिवर्तन के चलते इन दिनों ये रोग तेजी से फैल रहे हैं, वहीं आयुर्वेद के डॉक्टर राजकुमार का कहना है कि इन बीमारियों से बचने का सबसे सही तरीका बचाव ही है। उनके अनुसार कुछ उपाय अपनाकर भी हम इन बीमारियों से काफी हद तक सुरक्षित रह सकते हैं।
स्वाइन फ़्लू घरेलू उपाय(safe Swine Flu) –

1. अगर आप इसके शिकार है तो दोनों तरह से धुली हुई तुलसी की पत्तियां रोज सुबह लें। तुलसी में खुद का अपना अलग ही एक चिकित्सीय गुण है। यह व्यक्ति के गले और फेफड़े को साफ रखता है और साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर संक्रमण से भी बचाता है।
2. गिलोय – गिलोई यहां भारत के कई क्षेत्रों में सामान्य रूप से मिल जाता है | गिलोई की एक फुट लंबी शाखा लेकर इसमें तुलसी की 5 से 6 पत्तियाँ मिलाकर इसे 15 से 20 मिनट तक उबाल लें, और तब तक उबाले जब तक कि इसके तत्व ना घुल जाएँ। इसे ठंडा होने दें और गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करें।
3 . कपूर – कपूर भी एक घरेलू नुस्खा जय और ये भी स्वाइन फ्लू से बचाने में लोगों की बहुत मदद करता है। इसके लिए गोली के आकार का एक कपूर का टुकड़ा महीने में एक या दो बार गरम या गुनगुने पानी के साथ निगल सकते हैं।
4. गुनगुना दूध : स्वाइन फ़्लू से बचने के लिए रोज़ाना रात को गुनगुने दूध में हल्दी डालकर पीने से भी आराम मिलता है ।

5. नीम : यह नुस्खा तो बहुत सारी बीमारियों से लड़ने में कारगर साबित होता है। इसके लिए आपको रोज़ाना नीम की 3 से 5 पत्तियां चबानी पड़ेंगी जिससे खून भी साफ रहता है और स्वाइन फ्लू का खतरा भी काम हो जाता है।
6 . विटामिन सी – स्वाइन फ़्लू से बचने के लिए खट्टे फल और Vitamin C से भरपूर आंवला जूस आदि का सेवन करें। चूंकि आंवले का juice हर महीने नहीं मिलता है ऐसे में आप पैक्ड आंवला जूस भी ले सकते हैं।
स्वाइन फ़्लू (safe Swine Flu) से बचने के लिए आपको बरतनी होंगी ये सावधानी :

1. अगर अभी आपको स्वाइन फ्लू नहीं है और आप इस भयंकर बीमारी से बचना चाहते हैं तो आप डॉक्टर की सलाह लेकर Nasovac Vaccine ले सकते हैं।
2. स्वाइन फ्लू से प्रभावित शहरों में हमेशा मास्क पहन कर ही रहना चाहिए । इसके साथ ही ये भी सावधानी रखनी चाहिए की स्वाइन फ्लू के मरीज़ के साथ अपना सामान ना शेयर करें।
3. जैसे ही आपको स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखे तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
4. जब कभी भी आपको खांसी या फिर झींक आए तो चेहरा रुमाल से ढककर रखें। इसके बाद टिशू पेपर को डस्टबिन में फेंक दें.
5. अपनी इम्यूनिटी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की कोशिश करें।
डेंगू (safe Dengu) से बचाव के तरीके :-

अपनाएं ये उपाय:
1-बारिश का पानी निकालने वाली नालियों, पुराने टायरों, बाल्टियों, प्लास्टिक कवर, खिलौनों और अन्य जगह पर पानी रुकने न दें।

2- फव्वारों, पक्षियों के बर्तनों, गमलों इत्यादि से हफ्ते में एक बार पानी बदल दें।
3- अस्थायी पूल्ज को खाली कर दें या उनमें मिट्टी भर दें।

4- स्विमिंग पूल का पानी बदलते रहें और उसे चलता रखें।

5- दीवारों, दरवाजों और खिड़कियों की दरारों को भर दें।
6-दरवाजों और खिड़कियों की अच्छे से जांच कर लें।

7- बच्चें को सुलाने वाले कैरियर और अन्य बिस्तर को मच्छरदानी से ढक दें।

8- लंबी बाजू की शर्ट, पैंट और जुराबें पहनकर मच्छरों के कटने से बचें।
9- टीशर्ट को अपनी पैंट और पैंट को जुराबों में डाल कर रखें, ताकि खाली जगह से मच्छर काट न सकें।

10- सूर्य उदय और अस्त के समय व शाम को घर के अंदर रहें, क्योंकि मच्छर इस वक्त ज्यादा सक्रिय होते हैं।
डेंगू से बचने के लिए घरेलू और प्राकृतिक नुस्खे (Dengu home remidies) :
गिलोयः आयुर्वेद के डॉक्टर राजकुमार का कहना है कि गिलोय का आयुर्वेद में बहुत महत्व है। यह मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने और बॉडी को इंफेक्शन से बचाने में मदद करती है। डॉ. गार्गी सलाह देती हैं कि इनके तनों को उबालकर हर्बल ड्रिंक की तरह सर्व किया जा सकता है। इसमें तुलसी के पत्ते भी डाले जा सकते हैं।
मेथी के पत्तेः यह पत्तियां बुखार कम करने के लिए सहायक हैं। यह पीड़ित का दर्द दूर कर उसे आसानी से नींद में मदद करती हैं, इसकी पत्तियों को पानी में भिगोकर उसके पानी को पीया जा सकता है। इसके अलावा, मेथी पाउडर को भी पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
पीपते के पत्तेः यह प्लेटलेट्स की गिनती बढ़ाने में हेल्प करता है। साथ ही, बॉडी में दर्द, कमजोरी महसूस होना, उबकाई आना, थकान महसूस होना आदि जैसे बुखार के लक्षण को कम करने में सहायक है” आप इसकी पत्तियों को कूट कर खा सकते हैं या फिर इन्हें ड्रिंक की तरह भी पिया जा सकता है, जो कि बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करते हैं।
गोल्डनसीलः यह नार्थ अमेरिका में पाई जाने वाली एक हर्ब है, जिसे दवाई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस हर्ब में डेंगू बुखार को बहुत तेजी से खत्म कर शरीर में से डेंगू के वायरस को खत्म करने की क्षमता होती है। यह पपीते की पत्तियों की तरह ही काम करती हैं और उन्हीं की तरह इन्हें भी यूज किया जाता है। इन्हें कूट के सीधे चबाकर या फिर जूस पीकर लाभ उठाया जा सकता है।
हल्दीः यह मेटाबालिज्म बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यही नहीं, घाव को जल्दी ठीक करने में भी मददगार साबित होती है। हल्दी को दूध में मिलाकर पीया जा सकता है।

तुलसी के पत्ते और काली मिर्चः डॉक्टरों के अनुसारतुलसी के पत्तों और दो ग्राम काली मिर्च को पानी में उबालकर पीना सेहत के लिए अच्छा रहता है। यह ड्रिंक आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है और एंटी-बैक्टीरियल तत्व के रूप में कार्य करती है।
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