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सावन माह में त्रिदेव बन जाते हैं भोलेनाथ, इन 9 कामों से दूर रहें

mp.patrika.com आपको बताने जा रहा है कुछ ऐसे काम, जो आपको सावन माह में नहीं करना चाहिए। यदि करेंगे तो शिवजी अप्रसन्न हो जाते हैं। तो आज से इन 9 कामों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए…।

भोपालJul 03, 2017 / 04:47 pm

Manish Gite


भोपाल। सावन का महीना 10 जुलाई से शुरू हो रहा है। यह माह रक्षाबंधन के दिन खत्म हो जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि सावन माह भगवान शिव का माह है। ऐसी मान्यता भी है कि इस माह में भगवान विष्णु पाताल लोक में रहते हैं, इसलिए शिवजी ही इस सृष्टि के पालनकर्ता रहते हैं। इस दौरान भगवान विष्णु के भी कामों को वे देखते हैं। इस दौरान त्रिदेवों की सारी शक्तियां भगवान शिव के पास ही रहती है। 


mp.patrika.com आपको बताने जा रहा है कुछ ऐसे काम, जो आपको सावन माह में नहीं करना चाहिए। यदि करेंगे तो शिवजी अप्रसन्न हो जाते हैं। तो आज से ही इन 9 कामों को नहीं करना है। भोपाल स्थित नर्मदा मंदिर के महंत पं. वल्लभानंद शुक्ल बता रहे हैं शिव के इस माह में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए…।


1. परिवार में कलह तो दुखद ही होता है। लेकिन,सावन माह में जीवनसाथी के साथ खट-पट, वाद-विवाद और अपशब्दों का प्रयोग नुकसानदायक होता है। इन द‌िनों श‌िव-पार्वती की पूजा-अर्चना से दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ती है। इसलिए जब मन-मुटाव की नौबत आए तो शिव-पार्वती का पूजन करना चाहिए।


2. इस पूरे माह व्यक्ति को सात्विक जीवन बिताना चाहिए। क्योंक‌ि श‌िवजी इन द‌िनों व‌िष्णु के कार्य संभालते हैं, इसलिए सावन में मांस, मद‌िरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इनसे दूर रहेंगे तो मन में शांति रहेगी, वहीं गुस्से पर कंट्रोल भी आसानी से कर पाएंगे।


3. इस माह साग का सेवन भी शास्‍त्रों के अनुसार उच‌ित नहीं माना गया है। माना जाता है क‌ि इसके सेवन से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।


4. सावन में रोज श‌िवजी का जलाभिषेक करने से कई जन्मों के पाप धुल जाते हैं। शास्त्रों के मुताबिक श्रावण में सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके शिव का जलाभिषेक करना चाहिए। देर रात तक सोने से शुभ अवसर निकल जाते हैं। जिससे शिव की कृपा नहीं मिल पाती है।


5. श्रावण मास के दौरान बैंगन नहीं खाना चाहिए। बैंगन को अशुद्ध माना गया है, इसल‌िए द्वादशी, चतुर्दशी के द‌िन और कार्त‌िक माह में भी खाने को प्रतिबंधित किया गया है।


6. सावन श‌िव का माह है, इसलिए श‌िव भक्तों का अपमान भी कभी नहीं करना चाहिए। श‌िव के भक्तों का सम्मान श‌िव की सेवा के समान ही माना गया है। इस वजह से कई लोग कांवड़‌ियों की सहायता करते हैं।


7.शास्त्रों में बताया गया है कि श्रावण मास में दूध का सेवन ठीक नहीं होता है। यही कारण है क‌ि इसीलिए भगवान श‌िव अभ‌िषेक दूध से करने का विधान बताया गया है। दूध से दूर रहने पर वात संबंधी रोग नहीं होते हैं।


8. सावन में नंदी यदि घर के दरवाजे पर आए तो उसे भगाने की बजाय कुछ खाने को देना चाहिए। नंदी को मारना श‌िव की सवारी का अपमान करना माना गया है।


9. क्रोध में अपशब्द भी किसी को नहीं करना चाहिए, वहीं बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। इससे शिवजी प्रसन्न होते हैं।
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