यह परीक्षा 8 और 9 जून को आयोजित की गई थी। इस एग्जाम में भोपाल चेप्टर के 6 स्टूडेंट्स ने ऑल इंडिया में रैंक हासिल की। वे टॉप 25 में जगह बनाने में सफल रहे। इसमें संदीप गोलानी ने 10 एआईआर और वर्निका पाटिल ने 18 एआईआर हासिल की।
इन स्टूडेंट्स में किसी ने सेल्फ स्टडी पर फोकस किया तो किसी ने कोचिंग का सहारा लिया। इतना ही नहीं कोई बीकॉम करता रहा, तो कोई जॉब के साथ इस एग्जाम की तैयारी की। जानकारी के अनुसार भोपाल चैप्टर से 144 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था और 103 स्टूडेंट्स ने इसे क्रेक किया, यानी 66 प्रतिशत स्टूडेंट्स सफल रहे। इस साल ओवरऑल एग्जाम प्रतिशत 71.52 रहा।
31 अगस्त तक करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन
भोपाल के चेप्टर के चेयरमैन योगेश खाकरे ने बताया कि फाउंडेशन में सफल स्टूडेंट्स अब एक्जीक्यूटिव की तैयारी करेंगे, जिसके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 31 अगस्त तक कर पांएगे। इसके लिए भोपाल चेप्टर जल्द ही एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल प्रोग्राम के नए बैचेस शुरू करने जा रहा है।
संदीप गोलानी
एआईआर 10
अंक 338
मैं बीबीएएलएलबी के साथ सीएस कर रहा हूं। भविष्य में कॉर्पोरेट फील्ड में जाना चाहता हूं। हर रोज 10 घंटे पढ़ाई करता था। मुझे लॉ स्कूल की एक्टिविटीज के साथ-साथ रिसर्च पेपर लिखना, मूट करना और अन्य कॉम्पीटिशन में भाग लेना था। इसके लिए घर वालों का भी समर्थन नहीं मिला, फिर भी मेरी बहन पूजा ने सपोर्ट किया और मैं अच्छी रैंक हासिल कर सका।
ऋतु ठाकुर
एआईआर 12
अंक 334
मे रे लिए सबसे ज्यादा कठिन सब्जेक्ट मैनेजमेंट रहा। वहीं लॉ और अकाउंट सरल थे। जिसके लिए हमेशा क्लास में टेस्ट देकर अपनी प्रेक्टिस करती थी। मैनेजमेंट के लिए रोजाना चार घंटे तैयारी की। इस दौरान पुराने पेपर से भी बहुत मदद मिली। साथ ही सोशल मीडिया से भी दूर रही। मेरी पिता किसान और मम्मी हाउस वाइफ है। अब मेरा टारगेट एग्जीक्यूटिव की तैयारी करना है।
अमीषा बहेती
एआईआर 17
अंक 324
मैं ने सीएस के एक्जाम के लिए सेल्फ स्टडी की। रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई की। माइंड को फ्रेश करने के लिए म्यूजिक और सोशल मीडिया का सहारा लेती थी। मैं अभी अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहती हूं और आगे अभी प्रेक्टिस करूंगी। मेरे पिता बिजनेसमैन हंै और मम्मी टीचर हैं। दोनों ही सफलता से बेहद खुश हैं।
पूर्वी जोशी
एआईआर 21
अंक 316
मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही हूं। इसलिए यहीं से ही सीएस फाउंडेशन की तैयारी की। कॉलेज रेगुलर था इसलिए रात को 2 घंटे तक सेल्फ स्टडी करती थी। अगर कुछ डाउट होता भी था तो कॉलेज में टीचर्स और यूट्यूब पर विडियो देखकर स्टडी करती थी। मैंने सीएस फाउंडेशन के लिए दिल्ली में रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन कटऑफ नहीं आ पाया, इसलिए भोपाल ब्रांच को चुना। अब मेरा टारगेट जून में एग्जीक्यूटिव की तैयारी करना है।
एकता मोटवानी
एआईआर 25
अंक 308
मैं सतना से हूं, यहां सीएस की फैकल्टी नहीं होने से भोपाल में एग्जाम दिया। बीकॉम फाइनल के साथ जॉब भी करती हूं। इसलिए टाइम निकालकर सेल्फ स्टडी करने का फैसला लिया। खुद के नोट्स बनाए। मैंने सीएस चुना। मुझे किसी ने गाइड नहीं किया। घर में फाइनेंशियल प्राब्लम है। मेरा सपना कंपनी सेक्रेट्री बनना है, जिसके बाद एक बड़ी कंपनी में जॉब कर सकूं।