वहां उन्होंने कलेक्टर दाहिमा के साथ कोई बैठक नहीं की। कमिश्नर ने गुरूवार को अपनी रिपोर्ट आयोग को भेज दी है। कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कलेक्ट्रेट में करीब आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिसमें दो कैमरे बंद थे। सीसीटीवी के फुटैज देखने के बाद पता चला कि प्रभारी मंत्री मरकाम कलेक्ट्रेट में आए थे।
जिस दौरान वे कार्यालय आए उस दौरान कलेक्टर के अलावा अन्य अधिकारी भी वहां मौजूद थे। आईटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने आयोग के फेस बुक पर ट्वीट कर शिकायत की थी कि 20 अप्रैल को रात्रि कलेक्ट्रेट में ओमकार मरकाम अधिकारियों की बैठक करते हुए देखे गए हैं। इस संबंध में चुनाव आयोग को एक फोटो भी भेजी गई है, जिसमें मरकाम को कलेक्टर कार्यालय से बाहर निकलते हुए दिख रहा है।
गंभीर शिकायतों की जांच कराने आयोग ने मांगा पीएचक्यू से पैनल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने चुनाव के दौरान पुलिस अधिकारियों से जुड़ी गंभीर शिकायतों की जांच करने के लिए पुलिस मुख्यालय से एडीजी स्तर के अधिकारियों के नामों का पेनल मांगा है। इन अधिकारियों को एसपी, डीएसपी आईजी, डीआईजी, एसपी, डीएसपी स्तर के अधिकारियों के चुनाव आचार संहिता उल्लंघन से जुड़ी गंभीर शिकायतों की जांच सौंपी जाएंगी।
वहीं आइएएस अधिकारियों के गंभीर शिकायतों की जांच के लिए एसीएस स्तर के अधिकारी प्रभांशु कमल, केके सिंह, मनोज श्रीवास्तव, गौरी सिंह, आईआईसीपी केसरी का एक पैनल बनाया गया है। अब आइएएस और आइपीएस से जुड़ी जो भी शिकायतें आयोग में की जाएंगी उनकी जांच इन्हीं पैनलों के माध्यम से कराया जाएगा। इस अधिकारियों की जांच रिपोर्ट को सीईओ के माध्यम से आयोग भेजा जाएगा।