वार्ड 29 स्थित शबरी नगर से चूना भट्टी चौराहे तक कुछ वर्ष पहले सीपीए द्वारा चार करोड़ की लागत से सडक़ निर्माण किया गया था। लेकिन सीपीए और नगर निगम में समाजस्य नहीं होने से इस मार्ग पर अंधेरा पसरा रहता है। यहां स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई हैं। सीपीए अधिकारियों का कहना है कि यहां स्ट्रीट लाइट लगाने का जिम्मा नगर निगम का है, वहीं नगर निगम अधिकारी इसे सीपीए की जिम्मेदारी बता रहे हैं।
अंधेरा बन रहा हादसों की वजह
इस मार्ग पर कलियासोत पहाड़ी पर आधा किमी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट लगाई गई है, शेष सडक़ पर अंधेरा पसरा रहता है। स्थानीय रहवासियों के मुताबिक इस मार्ग पर अंधेरा होने के कारण अकसर वाहन चालक हादसों की वजह से घायल हो रहे हैं। एक महीने पहले कोलार निवासी टीपी त्रिपाठी सडक़ पर लगे पोल से टकराने के कारण घायल हो गए थे।
सडक़ पर बैठे मवैशी के कारण बढ़ रहे हादसे
इस मार्ग पर बीच सडक़ पर मवैशियों का जमघट लगा रहता है। शबरी नगर में सप्ताह भर पहले ही बीच सडक़ पर बैठे मवैशी को तेज रफ्तार लो-फ्लोर बस ने अपनी चपेट में ले लिया था। ऐसे ही हालात यहां आए दिन सडक़ पर अंधेरा पसरा रहने के कारण बन रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा सडक़ों पर बैठे मवैशियों को हटाने और रोशनी के इंतजाम नहीं किए जा रहे।
मैंने कई बार शबरी नगर से खुशीलाल अस्पताल तक स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए आवेदन दिया है, पर न तो इस मामले में सीपीए कोई कार्रवाई कर रहा है और न ही नगर निगम। इससे यहां हादसों की आशंका बनी रहती है।
संतोष कसाना, पार्षद, वार्ड 29