इस मार्ग से दिनभर में सैकड़ों वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। यहां से आवागमन करने वाले वाहन चालकों का कहना है कि सडक़ पर अंधेरा होने के साथ ही इसके दोनों ओर बड़े-बड़े गड्ढे होने से इसमें गिरने का डर बना रहता है। उन्होंने बताया कि रात में बड़े वाहनों की लाइटें आंखों पर पडऩे से दो पहिया वाहन चालकों को सडक़ दिखाई नहीं देती और वे इन गहरे गड्ढों में गिरकर गंभीर घायल हो जाते हैं। लोगों ने इस मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगवाने की मांग की है।
दिन भर में गुजरते हैं सैकड़ों वाहन
यह सडक़ सुभाष नगर से बरखेड़, भेल, अवधपुरी की ओर आने जाने वाले लोगों के लिए सार्टकट रास्ता है। इससे इस मार्ग से दिन-रात छोटे और बड़े वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। इस सडक़ के आसपास रहने वाले लोगों सहित यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों का कहना है कि इस मार्ग पर शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। इससे यहां हमेशा हादसे का डर बना रहता है।
अब तक कई वाहन चालक इस सडक़ पर अंधेरा होने के कारण हादसे का शिकार हो चुके हैं। इस सडक़ के दूसरे किनारे पर बसा विकास नगर के रहवासियों का कहना है कि सडक़ के दूसरी ओर सुनसान क्षेत्र और जंगल होने से कई तरह की अनहोनी की आशंका बनी रहती है। इससे शाम होते ही बच्चों को घर से नहीं निकलने देते हैं। सडक़ किनारे लगे खंभों पर स्ट्रीट लाइट नहीं जलने से शाम होते ही डर सताने लगता है।
रहती है हादसे की आशंका
इस सडक़ पर अंधेरा छाया रहता है इससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। बारिश के दिनों में यह समस्या और बढ़ जाती है। स्ट्रीट लाइट बंद रहने से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी होती है।
मनोज यादव, विकास नगर भेल
सुभष नगर से बरखेड़ा को जोडऩे वाली इस सडक़ पर शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। सामने से आने वाले बड़े वहनों की लाइट पडऩे से हादसे का डर बना रहता है। इस मार्ग पर अब तक कई हादसे हो चुके हैं फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सत्रुहन साहू, विकास नगर भेल