सीबीआई को भेजी गई सिफारिश में कहा गया है कि आयकर छापे में मध्यप्रदेश के सरकारी विभागों, मंत्रियों, अधिकारियों और व्यवसायियों से पैसे वसूलने वाले दस्तावेज मिले हैं।
प्रथम दृष्टया पता चलता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान विभिन्न उम्मीदवारों और एक विशेष राजनीतिक दल द्वारा उपयोग के लिए पैसों की वसूली की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तलाशी में व्हाट्सएप चैट, डायरी, कंप्यूटर और लेन-देन के रिकॉर्ड मिले हैं। हाल ही में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव लडऩे वाले 14 उम्मीदवारों को किए गए नकद भुगतान का विवरण भी मिला है।
ओएसडी के बैंक लॉकरों की तलाशी
आयकर विभाग ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी राजेन्द्र कुमार मिगलानी के दिल्ली में बैंक लॉकरों की तलाशी ली। सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह कार्रवाई 7 अप्रेल को मिगलानी के निवास पर मारे गए छापे के तहत की गई है। विभाग ने उस समय इन लॉकर को सीज कर दिया था। हालांकि विभाग ने अभी इसका खुलासा नहीं किया कि मिगलानी के बैंक लॉकर में उन्हें क्या मिला है।
अप्रेल में हुई थी छापेमारी
आयकर विभाग ने राजेन्द्र मिगलानी और प्रवीण कक्कड़ के यहां छापे मारे थे। इसके साथ ही अश्विन शर्मा और प्रतीक जोशी के भोपाल स्थित आवास पर भी छापे पड़े थे। तब आयकर विभाग ने दावा किया था कि उसे इन छापों में 281 करोड़ रुपए के लेन-देन के दस्तावेज मिले हैं।