टीआई योगेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि रविवार रात सौतेले दादा नोकसिंह और दादी शांताबाई ने प्रमोद के साथ बेरहमी से मारपीट की, जिससे उसकी रात में ही मौत हो गई। सुबह जब वह नहीं जागा, तो नोक सिंह उसे जगाने पहुंचा। देखा तो वह मृत पड़ा था। फिर नोक सिंह ने अंजान बनकर डायल-100 पर सूचना दी कि उसका पोते की संदिग्ध मौत हो गई है। प्राथमिक जांच के दौरान हत्या का खुलासा होने के बाद पुलिस ने दादी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गई और रोते-बिलखते सारी घटना पुलिस को बयां कर दी। फिर दादी रातभर थाने की हवालात में बिलखते-बिलखते अपने आप को कोसती रही।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि दोनों मिलकर उसे हर कभी बेरहमी से मारते-पीटते थे। रविवार रात को भी कुछ ऐसा ही हुआ। दादी ने पुलिस को बताया कि प्रमोद ने दादा नोक सिंह की पेंट की जेब में रखे आठ हजार रुपए चोरी कर लिए थे, इसके चलते दोनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। प्रमोद जब एक साल का था, तब उसके पिता की बीमारी से मौत हो गई। मां उसे छोड़कर चली गई। दादा की भी मौत हो गई, फिर दादी शांताबाई ने उसे पाला। दादी ने भी नोक सिंह के साथ दूसरी शादी कर लिव-इन-रिलेशन में रह रही थी। अब पुलिस ने मर्ग जांच के बाद दादा नोक सिंह और दादी शांता बाई के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
हेमंत चौहान, एसपी नार्थ