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भोपाल

गलती सड़क निर्माण एजेंसी की फिर भी चालक पर केस दर्ज कर रही पुलिस

गड्ढे व रोड इंजीनियरिंग में खराबी बन रहे हैं हादसों का कारण

भोपालOct 11, 2019 / 12:50 am

Sumeet Pandey

गलती सड़क निर्माण एजेंसी की फिर भी चालक पर केस दर्ज कर रही पुलिस

गलती सड़क निर्माण एजेंसी की फिर भी चालक पर केस दर्ज कर रही पुलिस

भोपाल. सड़क पर गड्ढ़े, रोड में खराबी की वजह से होने वाले हादसों में पुलिस वाहन चालक को ही सीधे तौर पर जिम्मेदार मानकर उसके खिलाफ केस दर्ज कर रही है। इसका अंदाजा पिछले तीन साल में सड़क हादसों में दर्ज हुए (आईपीसी की धारा-304ए) के अपराधों से लगाया जा सकता है। इस बीच सड़क हादसों में 168 अपराध वाहन चालकों के खिलाफ दर्ज हुए, वहीं, कोलार में एक मामले को छोड़कर किसी भी सड़क निर्माण एजेंसी पर मामला दर्ज नहीं हुआ। जबकि कई हादसे रोड इंजीनियरिंग में खराबी की वजह से हुए। यह सबूत ट्रैफिक पुलिस की ब्लैक स्पॉट को लेकर जारी रिपोर्ट खुद बयां कर रही हैं। वर्ष 2016-17-18 में शहर के 9 ब्लैकस्पॉट में 54 लोगों की मौत हुई। मतलब, सड़क पर तकनीकी खराबी की वजह से हादसे हुए।
केस-1
मार्च 2017: एमपी नगर जोन-2 में 24 मार्च को आनंद नमकीन के पास ब्रेकर से बचने बी-सेक्टर पिपलानी निवासी विजय परिहार ने बाइक का ब्रेक लगाया। पीछे बैठी उसकी मां सुनीता उछलकर सड़क पर गिरकर घायल हो गईं। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। 12 अप्रैल को पुलिस ने विजय के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
केस-2
अक्टूबर 2019: कुरावर निवासी सुशीला माहेश्वरी सात अक्टूबर को परवलिया ब्रिज के पास दामाद की बाइक से उछलकर सड़क पर गिर गईं। हादसा गड्ढे में बाइक का पहिया जाने से हुआ। पुलिस मामले में बाइक चला रहे सुशीला के दामाद नंदकिशोर को हादसे का जिम्मेदार बता रही है। केस दर्ज की तैयारी में है।
एफआईआर में रोड में गड़बड़ी का जिक्र नहीं
सड़क हादसों की जांच करने वाले पुलिस विवेचक एफआईआर में अमूमन सड़क पर खराबी, गड्ढों की वजह से हादसा होने का जिक्र नहीं करते। अधिकतर मामलों में चालक को ही जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है। एफआईआर में सड़क की खराबी, गड्ढों का जिक्र नहीं होने की वजह से ट्रैफिक पुलिस सड़कों के सुधार संबंधी प्रस्ताव नहीं बना पाती। वहीं ट्रैफिक पुलिस हादसों की विवेचना में आए तथ्यों को ही आधार मानकर सड़क हादसों की वजह के आंकड़े तैयार करती है।

हादसे की जांच थाना पुलिस करती है। मौका-मुआवना भी पुलिस करती है। एफआईआर में हादसे की जो वजह आती है, उसे ही ट्रैफिक पुलिस मानती है।
प्रदीप सिंह चौहान, एएसपी ट्रैफिक

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