मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उद्यानिकी फसलों के विस्तार के लिए केन्द्र शासन द्वारा संचालित योजनाओं के साथ फल, पौध-रोपण, व्यावसायिक उद्यानिकी फसलों की संरक्षित खेती को प्रोत्साहन, उद्यानिकी के विकास के लिए यंत्रीकरण को प्रोत्साहन, मसाला क्षेत्र विस्तार, खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों के विकास, मुख्यमंत्री बागवानी तथा खाद्य प्र-संस्करण और उद्यानिकी फसलों के लिए कोल्ड स्टोरेज अधो-संरचना विकास के लिए योजनाएँ चलाई जा रही हैं। प्रदेश में कृषि उत्पादन की लागत घटाने, कृषक को उपज का उचित मूल्य दिलाने, बेहतर बाजार व्यवस्था स्थापित करने और प्राकृतिक आपदा में कृषक को पर्याप्त सहायता उपलब्ध कराकर खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रभावी कार्य जारी हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग से समाज स्वास्थ्यगत समस्याएँ झेल रहा है। अब प्राकृतिक कृषि को अपनाने और उसे प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से अपने खेत के एक भाग में प्राकृतिक खेती से उपज लेने का आहवान किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 11 विविध कृषि जलवायु क्षेत्र हैं। राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न फसलों के उत्पादन में मध्यप्रदेश अग्रणी स्थान पर है। संतरा और धनिया बीज उत्पादन में प्रदेश, देश में प्रथम है। साथ ही अमरूद, टमाटर, प्याज, फूलगोभी, हरी मिर्च, मटर, लहसुन, नींबू आदि के उत्पादन में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं किसान हैं और अमरूद, अनार, आम की पैदावार लेते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि उनके द्वारा 9 एकड़ क्षेत्र में 766 टन टमाटर की पैदावार ली गई। किसानों के आर्थिक संबल के लिए कृषि का विविधीकरण आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंटरनेशनल टोमेटो कान्क्लेव-2022 प्रदेश में टमाटर फसल और उसके निर्यात, भंडारण, प्र-संस्करण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। राज्य सरकार विशेषज्ञों द्वारा विकसित रणनीति का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने “एक जिला-एक उत्पाद” में प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, उद्योग उन्नयन योजना में टोमेटो सॉस इकाई की स्थापना के लिए सिंगरौली के श्री लवकुश प्रजापति को 10 लाख 80 हजार रूपए, दमोह के श्री नारायण सिंह को 11 लाख 46 हजार रूपए और दमोह के ही भूपेंद्र सिंह ठाकुर को टमाटर प्र-संस्करण के लिए 26 लाख 60 हजार रूपए का चेक प्रदान किया।