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अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह का सरगना गिरफ्तार, कत्था फैक्ट्री में करते थे सप्लाई

locationभोपालPublished: Feb 17, 2020 10:18:47 am

– फारेस्ट एसटीएफ ने मुखिया सहित 24 को किया गिरफ्तार, महाराष्ट्र, उप्र और हरियाणा की फैक्ट्रियों से जुड़े हैं तार
– अब तक की कार्रवाई,छह ट्रक, तीन मिनी ट्रक और दो कारों सहित 164 मेट्रिक टन खैर जब्त

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भोपाल. वन विभाग की राज्य स्तरीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने प्रदेश के जंगलों से खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए तस्कर गिरोह के मुखिया को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। अब तक इस गिरोह के मुखिया सहित 24 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जिनसे, छह ट्रक, तीन मिनी ट्रक और दो कारों सहित 164 मीट्रिक टन खैर लकड़ी जब्त की जा चुकी है। गौरतलब है कि खैर की लकड़ी को हरियाणा की कत्था फैक्ट्री में सप्लाई किया जाता था।
राज्य स्तरीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स, वन मंडल सीहोर एवं क्षेत्रीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स इंदौर ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 21 जनवरी को खैर की लकड़ी का अवैध परिवहन कर रहे ट्रक को जब्त करते हुए 17 टन खैर लकड़ी बरामद की गई थी। इस मामले में भूपेन्द्र सिंह और सन्नी सिंह को गिरफ्तार किया गया था, दोनों से पूछताछ के बाद इनकी निशानदेही पर हरियाणा की मूर्थल में कत्था फैक्ट्री पर छापा मारकर मैनेजर रामवीर सिंह को गिरफ्तार कर वहां से भी 17 टन खैर लकड़ी जब्त की।
गिरोह से हुई पूछताछ के आधार पर बीते शुक्रवार को मप्र राजस्थान की सीमा पर झालावाड़ में लग्जरी कार में सवार गिरोह के मुखिया मोहम्मद इकबाल और शहजाद अली एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया गया। गिरोह ने पूछताछ में बताया कि वे प्रदेश से खैर के पेड़ काटकर इसकी लकड़ी महाराष्ट्र चिपलूण, हरियाण मूर्थल, उत्तर प्रदेश के सांपला और बुलंदशहर सहित कई अन्य शहरों में अवैध रूप से बेचते थे। इस बड़े तस्कर गिरोह से जुड़े और लिंक तलाशे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि एसटीएफ द्वारा इसके पहले भी कई प्रकार के तस्करों को पकडा गया है। सबसे ज्यादा पेंगोलिन नाम दुर्लभ जीव और दोमुहे सर्प के तस्करी के मामले पकडे गए हैं। लेकिन इनके सरगना तक अभी तक वन विभाग नहीं पहुंच पाया है। इसके लिए जांच में कमी भी कुछ हद तक जिम्मेदार है।

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