जुलाई माह में हुए विधानसभा सत्र के दौरान जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने स्वीकार किया था कि वैचारिक महाकुंभ में घोटाला हुआ है। कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना के सवाल पर उन्होंने यहां खर्च हुई राशि की जांच का एलान किया था।
सक्सेना ने सिंहस्थ घोटाले का जिक्र करते हुए कहा था कि इस आयोजन के लिए 300 करोड़ रुपए का बजट था। 100 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च कर दिए गए। इस तरह आयोजन में 400 करोड़ खर्च किए गए। एक माह में ऑडिट भी हो गया। इस पर मंत्री ने सदन में इसके जांच का एलान किया था। इसी के तहत जनसंपर्क विभाग ने जांच कमेटी गठित की है।