जय वर्धन सिंह ने ट्विटर पर दिग्विजय सिंह के साथ अपनी एक फोटो पोस्ट की है। उन्होंने लिखा है, “अगर फलक को जिद है ,बिजलियाँ गिराने की तो हमें भी ज़िद है, वहि पर आशियाँ बनाने की सर्वत्र दिग्विजय सर्वदा दिग्विजय।” इस ट्वीट के माध्यम से जयवर्धन ने एक तरफ हमला किया है तो दूसरी तरफ यह बताने की कोशिश की है कि दिग्विजय सिंह से बड़ा मध्यप्रदेश में कोई नेता नहीं है और वह अपने पिता दिग्विजय सिंह के साथ खड़े हैं।
कमलनाथ की घोषणा के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मैं 2020 तक राज्यसभा सांसद हूं। अगर पार्टी मुझे लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है तो मेरी पहली प्राथमिकता राजगढ़ संसदीय सीट होगी लेकिन पार्टी जहां से कहेगी, वहां से चुनाव लड़ूंगा।
कांग्रेस नेताओं को पता है कि भोपाल भाजपा की अजेय सीट मानी जाती है ऐसे में दिग्विजय सिंह को भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ाने से कड़ी टक्कर हो सकती है। अजय सिंह ने दिग्विजय सिंह का समर्थन करते हुए ज्योतरादित्य सिंधिया पर हमला बोला हालांकि उन्होंने सिंधिया का नाम नहीं लिया औऱ कहा कि अगर दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव लड़ सकते हैं तो फिर ग्वालियर-चंबल के नेता मालवा से चुनाव क्यों नहीं लड़ सकते हैं।
भोपाल भाजपा का गढ़ है। कांग्रेस को आखरी बार यहां से 1984 में जीत मिली थी। 1989 से यह सीट भाजपा के पास है तब से यहां से लगातार भाजपा का ही उम्मीदवार चुनाव जीत रहा है।