अब कांग्रेस सरकार इस जल महोत्सव को धूम-धाम तरीके से मनाने जा रही है। पर्यटन विभाग ने देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए नए पैटर्न पर ब्रांडिंग करने की योजना बनाई है। दिसंबर माह में इसका आयोजन किया जाएगा।
इस बार एक माह का आयोजन इस बार हनुवंतिया में जल महोत्सव एक माह का होगा। २०१७ में करीब ढाई माह के लिए यह महोत्सव आयोजित हुआ था। अधिकांश समय यहां बनाए गए कॉटेज और टेंट सिटी खाली ही रही थी, जिसका एक कारण यहां इवेंट कंपनी द्वारा कीमतों का अधिक रखना था। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन शिवराज सरकार ने २०१५ में गोवा की तर्ज पर हनुवंतिया को पर्यटन हब बनाने की तैयारी की थी। पहली बार 10 दिन, दूसरी बार एक माह और तीसरी बार करीब ढाई माह के लिए जल महोत्सव का आयोजन हुआ था।
ये होंगे एडवेंचर्स हनुवंतिया में हर बार की तरह इस बार भी एडवेंचर, वाटर स्टपोर्ट, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इन्वायरमेंटल ट्रेकिंग, साइकिलिंग, एडवेंचर-स्पोर्टस पैरा-सेलिंग, हॉटएयर-बैलून, लैटर्न-फ्लाईंग, पतंगबाजी, रस्साकसी, बैलगाड़ी-यात्रा, स्टार-गेजिंग कार्यक्रम भी शामिल किए गए हैं। पर्यटकों के लिए 60 सीटर क्रूज और क्रूज वोट भी उपलब्ध रहेगी।
बड़े डेमों को लगेंगी झांकियां निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इंदिरा सागर, बांणसागर, गांधी सागर, तबा, बरगी सहित कई बांधों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। प्रदर्शनी में इन बांधों में निवेस की संभावनाओं और वहां प्रति वर्ष देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों की जानकारी दी जाएगी। निवेशकों को यह भी बताया जाएगा कि इन बांधों से नेशनल हाइवे, रेलवे स्टेशन और हवाई पट्टी और अड्डा कितनी दूर है। इसके अलावा इन बाघों के आस-पास के धार्मिक तथा नेशनल पार्कों की जानकारी दी जाएगी।
नहीं बनी हवाई पट्टी हनुवंतिया में हवाई पट्टी की घोषण पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो साल पहले की थी। अभी तक यहां हवाई पट्टी नहीं बना जा सकी है। इसके अलवा उन्होंने टुरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन कैबिनेट बनाने के लिए कहा था, लेकिन यह भी नहीं बनाई जा सकी है।
हनुवंतिया में महोत्सव कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। हनुवंतिया में टेंट सहित अन्य कार्य करने के लिए निविदा जारी की गई है। – पुष्पराज पड़ोले, डिप्टी डायरेक्टर, मप्र पर्यटन बोर्ड