आयुष्मान योजना राजनैतिक विज्ञापन
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- जिसके माध्यम से सरकार ने 55 करोड़ नागरिकों को बीमा प्रदान करने का वादा किया था, उस आयुष्मान भारत योजना ( Ayushman Bharat Yojana ) के लिए केवल 1350 करोड़ का बजट आंवटित किया गया है। ऐसे अपर्याप्त आवंटन को देख कर लगता है यह योजना सिर्फ एक राजनैतिक विज्ञापन ही बनी रहेगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जल शक्ति मंत्रालय ( Ministry of Jal Shakti ) पर निशाना साधते हुए कहा- 2 मंत्रालयों को मिलाकर जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया, जिससे जल संरक्षण के कार्यों को एकीकृत किया जाए, लेकिन पिछले बजट के हिसाब से इस साल इन 2 मंत्रालयों के बजट में 2955 करोड़ की कमी आयी। जब देश के हर कोने में पानी की किल्लत है, ऐसे में सरकार जल शक्ति मंत्रालय को शक्तिहीन कर रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- जब विश्व भर में पेट्रोल और डीज़ल के दाम गिर रहे हैं, तो उसका फ़ायदा आम आदमी तक पहुंचाने के बजाय सरकार 1 रुपये प्रति लीटर की उत्पाद शुल्क ( excise duty ) और उपकार ( Cess ) लगाने जा रही है। यह निंदनीय कदम एक आम और गरीब इंसान के पेट पर लात मारने के बराबर है।
मध्यप्रदेश के सीएम कमल नाथ ( Kamal Nath ) ने भी बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए बजट की निंदनीय बताया है। कमल नाथ ने कहा- किसान, गांव-गरीब, युवाओं के रोजगार, शिक्षा- स्वास्थ्य, महिलाओं और आमजन के लिये इस बजट में कुछ नहीं। इस बजट से विकास की रफ़्तार धीमी होगी। यह बजट जनता की उम्मीदों के विपरीत है। अच्छे दिन से इसका कोई सरोकार नहीं। इस बजट में अभी भी 2022 – 2024 के सबको घर- बिजली सहित कई सपने दिखाये गये हैं।