ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर लिखा, मुझे ये बहुत दुखी करता है कि मेरे पुराने सहयोगी सचिन पायलट को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के द्वारा साइडलाइन कर दिया गया है और उन्हें सताया जा रहा है। कांग्रेस में योग्यता और प्रतिभा का महत्व नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस ट्वीट के सियासी मायने लगाए जा रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट के बीच अच्छी दोस्ती रही है। इस साल जब मार्च में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ा था और भाजपा में शामिल हुए थे तो सोशल मीडिया में सचिन पायलट ट्रेंड करने लगे थे। अभी हाल ही में लॉकडाउन में राजस्थान में फंसे मध्यप्रदेश के नागरिकों की वापसी के लिए भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सचिन पायलट से मदद मांगी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया की अपील के सचिन पायलट मदद के लिए आगे आए थे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर गहलोत पर सरकार पर सियासी सर्जिकल स्ट्राइक होती है तो उसमें ज्योतिरादित्य की भूमिका को भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश और विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच यहां रविवार को सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। सचिन पायलट दिल्ली में मौजूद हैं बताया जा रहा है कि सचिन पायलट के साथ उनके करीबी विधायक औऱ कुछ निर्दलीय नेता भी मौजूद हैं। सूत्रों का कहना है कि पायलट के नाराज होने की वजह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का नोटिस बताया जा रहा है।