ज्योतिरादित्य सिंधिया जब सीएम कमलनाथ से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे तो उनके समर्थकों की भीड़ सीएम हाउस के बाहर जमा थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ से उनके खेमे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद बाहर निकले सिंधिया ने कहा कि हम बाढ़ के मुद्दे पर बात करने आए थे। बाढ़ से प्रदेश में अति नुकसान हुआ है। किसान तबाह हो गए हैं।
सीएम से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सीएम कमलनाथ से बाढ़ प्रभावित लोगों की समस्या पर बात की हैं। हमने सीएम से मांग की है कि जल्द ही पीड़ित किसानों को मुआवजा राशि मिले। ये राशि उन्हें बीमा की राशि से मिले। सीएम ने मुझे आश्वासन दिया है कि बारिश थमने के एक दिन बाद ही सर्वे करवाया जाएगा। साथ ही इस पर एक्शन भी जल्द लिया जाएगा।
सिंधिया ने कहा कि हमने कई इलाकों में बाढ़ के हालातों का जायजा लिया है। इन जगहों पर किसानों की स्थिति चिंताजनक है। वे परेशान हैं, उनके फसल बर्बाद हो गए हैं। प्रभावित जिलों के कलेक्टर जो रिपोर्ट भेजें, उसके आधार पर उन्हें मुआवजा मिले। सीएम ने कहा है कि पीड़ितों को राहत प्रदान की जाएगी। हमने सीएम से मंदसौर और नीमच के हालात पर भी चर्चा की है।
पीसीसी चीफ पर दिया ये जवाब
वहीं, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से पीसीसी चीफ को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यहां राजनीति करने या फिर राजनीति पर बात करने नहीं आया हूं। मैं जनता की सेवा, विकास और प्रगति के लिए काम करता हूं। सिंधिया ने कहा कि मैं पहले ही बता चुका हूं कि मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगा। क्योंकि मैं इसमें फैसला लेने वाला नही हूं।
वहीं, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से पीसीसी चीफ को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यहां राजनीति करने या फिर राजनीति पर बात करने नहीं आया हूं। मैं जनता की सेवा, विकास और प्रगति के लिए काम करता हूं। सिंधिया ने कहा कि मैं पहले ही बता चुका हूं कि मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगा। क्योंकि मैं इसमें फैसला लेने वाला नही हूं।
इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर जिले के मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के मदउखेड़ी, किरौला, सेमरखेड़ी, निटर, ढिचरी, सांवलहेड़ा, गांव में आज बाढ़ से प्रभावित फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश के अन्नदाताओं के साथ हूं। उनके नुकसान की एक एक पाई का मुआवजा उन्हें दिलवाया जाएगा जो कि उनका हक है।