इंदौर में दिखे बदलाव की प्रदेश की सियासत में सबसे ज्यादा चर्चा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया वहां अलग-अलग गुट के नेताओं के घर जाकर मध्यप्रदेश की राजनीति में सबको चौंका दिया। इंदौर पहुंचने के बाद सिंधिया सीधे सुरेश पचौरी गुट के विधायक संजय शुक्ला के घर पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद वे उनके परिवार से मिले और लंच भी किया। ये मुलाकात कोई गुप्त नहीं थी। वहां की तस्वीरें ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर भी किया।
सिंधिया का मिलने का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ। पंकज शुक्ला से मिलने के बाद वे दिग्विजय सिंह के गुट के विधायक विशाल पटेल से मिलने चले गए। विशाल पटेल दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं। उसके बाद इंदौर से लोकसभा चुनाव लड़े पंकज सांघवी के घर भी पहुंचे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया इसके बाद इंदौर कांग्रेस के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल से भी उनके घर जाकर मुलाकात की। विनय बाकलीवाल इंदौर कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। उन्हें सीएम कमलनाथ का करीबी कहा जाता है। कांग्रेस के हर गुट के नेताओं से सिंधिया की मुलाकात के कई मायने प्रदेश की राजनीति में निकाले जा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया शायद सभी को साध कर अपनी मंजिल तक पहुंचना चाहते हैं। प्रदेश की राजनीति में बताया जाता है कि इन सभी में किसी भी गुट के नेता नहीं चाहते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां के प्रदेश अध्यक्ष बनें। ऐसे में सिंधिया की कोशिश है कि अब अपनी छवि पार्टी के अंदर एक सर्वमान्य चेहरे के रूप में स्थापित की जाए। ताकि आगे की राह और आसान हो सके।