कमलनाथ ने शिवराज पर हमला करते हुए कहा- मैं तो शुरू से कहता हूं कि शिवराज सरकार में लोगों को घर-घर राशन भले ना मिले लेकिन शराब ज़रूर मिलती है। शराब प्रेमी शिवराज सरकार में कोरोना महामारी में भी भले धार्मिक स्थल बंद रहे, व्यापार-व्यवसाय बंद रहे, शादी के आयोजन नहीं हुए कर्फ़्यू रहा लेकिन शराब की दुकानें देर रात तक निर्बाध रूप से चालू रहीं।
मध्यप्रदेश के इंदौर में नगर निगम कर्मचारियों द्वारा बुजुर्गों के साथ किये गये अमानवीय व्यवहार ने प्रदेश को देश भर में शर्मसार किया है। इसके दोषियों पर सिर्फ़ निलंबन की कार्यवाही अपर्याप्त है। इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो व कार्यवाही नज़ीर बन सके।
क्या है मामला
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार नई आबकारी नीति का मसौदा तैयार कर रही है। सूत्रों का कहना है कि अफसरों ने आय बढ़ाने के लिए सरकार को ऑनलाइन शराब बेचने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।