चुनाव आयोग ने कोर्ट में बताया था कि पहली मतदाता सूची इस साल जनवरी में ड्राफ्ट हो गयी थी। फिर मई में उसमें संशोधन किया गया आयोग ने आगे कहा कि मतदाता सूची ठीक कर दी गई है। कांग्रेस ने हैरानी जताई थी कि चुनाव आयोग यह कैसे कह सकता है कि हमारे खिलाफ कार्रवाई हो, जबकि खुद चुनाव आयोग ने ही यह लिस्ट दी है। वहीं, इससे पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि कमलनाथ ने कोर्ट को गुमराह किया है और कमलनाथ के खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए।