कमलनाथ के इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर उथल पुथन मच गई है। ज्ञात हो कि हाल ही प्रदेश में कई जगह महिला छेड़छाड़ व बालात्कार की घटना सामने आई थी। जिससे चलते प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए है। बेटियों को सुरक्षा को लेकर कई जगह कैंडल मार्च भी निकाला गया था। साथ ही कई जगह पर विरोध प्रदर्शन भी किया गया। क्योंकि कुछ समय पहले मंदसौर में एक सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। इसके कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने इस घटना की घोर निंदा की थी और कहा था कि इस तरह के अपराधियों को सरकार सख्त से सख्त सजा देगी। मासूमों के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिन्दे धरती पर बोझ है। इन्हें जिंदा रहने का हक नहीं है। मुजरिमों को जल्द से जल्द सजा हो। सरकार द्वारा इस तरह की घटनाओं को रोकने के कढ़े प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि इस तरह की घटनाओं में कमी आ सके।