कमलनाथ सरकार ने अब खुद को सबसे बड़ा गौभक्त साबित करने की मुहिम शुरू कर दी है।
15 दिसंबर तक गौशाला बनकर तैयार
सरकार ने विधान सभा चुनाव में अपने वचन पत्र में गौशाला और गाय संरक्षण का वादा किया था। सत्ता में आने के बाद सरकार ने पहले चरण में प्रदेश में एक हजार गौशाला बनाने का लक्ष्य रखा था। अपनी योजना के मुताबिक 15 दिसंबर तक गौशाला बनकर तैयार हो जाएंगी। उसके बाद इनके लोकार्पण का सिलसिला शुरू होगा। तय कार्यक्रम के मुताबिक जिला स्तर पर कलेक्टर और जनप्रतिनिधि इन गौशालाओं का लोकार्पण करेंगे।
अगरे चरण में 2 हज़ार गौ-शाला
अगले चरण में दो हजार गौशालाएं बनायी जाएंगी। इन गौशालाओं में गायों को शिफ्ट करने से पहले जनप्रतिनिधि उनकी पूजा करेंगे। हर गाय के रखरखाव के लिए सरकार रोज के बीस रुपए देगी। लोकार्पण कार्यक्रम में स्थानीय लोगों को भी शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्थानीय निकाय अफसरों को चेतावनी दी थी कि सड़कों पर पशुधन आवारा घूमता नहीं दिखना चाहिए. सड़कों पर घूमने वाली गायों को बचाने के लिए गौशाला बनाने का एलान किया था.सरकार का दावा है कि अगले एक महीन में प्रदेश में एक हजार गौशालाएं बनकर तैयार होंगी.