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भोपाल

चुनावी भंवर में किसान खेवनहार, फिर भी नाखुशी बरकरार

बिगाड़ सकते हैं सियासी समीकरण: करोड़ों की योजनाओं के बावजूद अन्नदाता नाखुश

भोपालSep 23, 2018 / 10:41 pm

anil chaudhary

mp election 2018

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जितेन्द्र चौरसिया, भोपाल. सवर्ण आंदोलन से बदलते सियासी समीकरण के बीच किसान वोट बैंक भाजपा सरकार को बड़ा झटका दे सकता है। बीते 15 साल में सरकार ने किसानों के लिए बहुत कुछ किया, लेकिन किसान फिर भी नाखुश हैं। सरकार ने 35 हजार करोड़ रुपए महज एक साल में किसानों की योजनाओं पर खर्च किए, लेकिन बिचौलियों के जाल को नहीं काट सकी। दरअसल, खेती को लाभ का धंधा बनाने और आमदनी दोगुना करने का वादा हो या फिर भावांतर के दांव-पेंच, हर स्तर पर छोटा किसान बेहाल है। एक ओर लगातार पांच बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिला तो दूसरी ओर कर्जदार किसान फांसी के फंदे पर झूलता गया। वहीं, कांग्रेस का कर्ज माफी का वादा भी भाजपा सरकार को परेशान कर रहा है। आखिर ऐसा क्यों? पढि़ए विशेष रिपोर्ट-
– सरकार ने ये बड़े काम किए
जीरो प्रतिशत पर ब्याज का प्रावधान। मूल-धन में 10 फीसदी सब्सिडी।
भावांतर योजना।
पिछले साल की फसल पर 200 रुपए प्रोत्साहन। कृषण समृद्धि योजना।
सोलर पंप 90 फीसदी तक सब्सिडी। अस्थायी कनेक्शन जोड़े।
एक हजार करोड़ के कृषि कल्याण कोष व कृषि कैबिनेट की स्थापना।
समाधान योजना में 2600 करोड़ कर्ज माफी। 18 लाख किसान दायरे में।
– सरकार ये बड़े काम नहीं कर सकी
फसल बीमा की विफलता। अनेक जगह सात व बारह रुपए तक के मुआवजे मिले।
साहूकारी अधिनियम लागू नहीं हो सका। ड्रॉफ्ट बना, घोषित हुआ। फिर ठंडे बस्ते में।
खेती को मुनाफे का धंधा नहीं बना सके। कीमतों पर कोई नियंत्रण नहीं।
बिचौलिए बरकरार। प्याज-दाल-लहसुन खरीदी क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं।
ई-मंडियां अधूरी। कर्ज के लिए राहत आयोग गठित नहीं।
प्याज-टमाटर जैसे उत्पादों के लिए कोल्ड-स्टोरेज की चेन नहीं बन सकी। दावे अधूरे।
– ये हैं पांच बड़ी घटनाएं
मंदसौर गोलीकांड में छह किसानों की मौत।
टीकमगढ़ पुलिस लॉकअप में किसानों के कपड़े उतरवाकर पिटाई।
किसानों का 10 दिनी गांव बंद। आगजनी व पथराव।
नीमच-मंदसौर सहित अन्य जगह प्याज-टमाटर की फसलें फेंकना।
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा का नरसिंहपुर में धरना प्रदर्शन में बैठना।
– भाजपा की अब ये रणनीति
प्याज की तरह दूसरी फसलों में भी लागत व बाजार मूल्य के बीच का अंतर देने कदम उठा सकती है। कांग्रेस के कर्ज माफी के वादे की तोड़ में भाजपा घोषणा-पत्र में कर्ज को लेकर कोई बड़ा वादा कर सकती है। अभी भाजपा कर्ज माफी पर सहमत नहीं है।
– कांग्रेस के ऐसे दांव
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार आने पर 10 दिन में किसानों की कर्ज माफी का वादा किया है। इसे घोषणा-पत्र में शामिल किया है। एक निश्चित राशि तक कर्ज माफ किया जाएगा। किसानों के बिजली चोरी के प्रकरणों को वापस लेने का वादा कांग्रेस करेगी।
– प्रदेश में किसान आत्महत्या
2016- 599
2015- 581
2014- 826
2013- 1090
2012- 1172
2011- 1326
2010- 1237
– दलालों का दलदल ऐसा
किसानों की दुर्दशा के पीछे सबसे बड़ी वजह दलालों का दलदल है। सरकार ने किसानों के लिए जो भी किया, उसमें बिचौलियों ने फायदा उठाया। प्याज और दाल खरीदी की गई तो कारोबारियों ने फायदा उठा लिया। अतिरिक्त बोनस व फसल बीमा का फायदा भी बड़े किसान ले गए।
– ये है कृषि विकास दर
2008- 21.00 प्रतिशत
2013- 23.04 प्रतिशत
2018- 25.09 प्रतिशत संभावित

पंद्रह साल में भाजपा ने किसानों के लिए जो किया, वो कांग्रेस सरकार ने साठ साल में नहीं किया। भाजपा सरकार से प्रदेश को किसान खुश हैं। इस चुनाव में भी किसान भाजपा का पूरा साथ देंगे।
– गौरीशंकर बिसेन, कृषि मंत्री
भाजपा सरकार ने किसानों को सिर्फ धोखा दिया। किसान ने आवाज उठाई तो उसे सीने पर गोली मिली। फसल आपदा आई तो 12 रुपए का मुआवजा देकर किसान का मजाक उड़ाया गया।
– बाला बच्चन, कार्यकारी अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस
किसान और उपभोक्ता के बीच बिचौलियों के सिस्टम को ब्रेक करना जरूरी। छोटे किसानों को अभी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। फसल-उत्पाद को बाजार मुहैया कराना होंगे। मुआवजे का सही सिस्टम विकसित करना होगा।
– डॉ. रणधीर वर्मा, समाजशास्त्री व कृषि विशेषज्ञ

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