सोमवार को नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपनी संपत्ति और अपने ऊपर चल रहे मुकदमों का जिक्र किया है। इस हलफनामे में उन्होंने बताया कि आय का स्त्रोत क्या है। चुनावी हलफनामे के अनुसार साध्वी के पास न घर है और न ही कोई गाड़ी है। वह जीवन-यापन के लिए पूरी तरह से समाज पर ही निर्भर हैं।
साध्वी के हलफनामे के अनुसार उनके पास 90,000 रुपये नकद हैं। इसके साथ ही भोपाल के बैरागढ़ स्थित भारतीय स्टेट बैंक के दो खातों में कुल 99,824 रुपये जमा हैं। एक खाते में 88,824 रुपये तो दूसरे में 11,000 रुपये हैं। वहीं, साध्वी का कहीं भी कोई दूसरे फाइनांसियल संस्था में निवेश नहीं है।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर के पास सोने-चांदी के कुछ ज्वैलरी और बर्तन भी हैं। जिसमें सबसे कीमती है, चांदी का कमण्डल जो दो किलो का है और उसकी कीमत करीब 81,000रुपये हैं। वहीं 48,000 रुपये का एक सोने की चेन और 48,000 के ही एक सोने का लॉकेट है। साध्वी के पास कुल 4,44,224 रुपये की संपत्ति है।
वहीं, साध्वी आय के स्त्रोत वाले कॉलम में लिखा है कि भिक्षाटन और समाज पर निर्भरता है। अपने हलफनामे में साध्वी प्रज्ञा ने केसों का भी जिक्र किया है। अपराध के संक्षिप्त विवरण वाले कॉलम में उन्होंने कथित हत्या, कथित हत्या का प्रयास और कथित आतंकवादी कृत्य आदि को लिखा है।
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी हैं। उनके नाम के ऐलान के साथ ही साध्वी विरोधियों निशाने पर हैं। इसके साथ ही वह बाबरी मस्जिद और शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर भी चर्चा में बनी रही। इसे लेकर उन्हें चुनाव आयोग की तरफ से नोटिस भी जारी किया गया। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद साध्वी ने हेमंत करकरे वाले बयान पर माफी मांग ली थी।