इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं। जो कई तरह की बीमारियों को दूर करने का काम करते हैं। इसके अलावा यह दिल से संबंधित बीमारियों और इंटेस्टाइन की सेहत के लिए भी उपयोगी होती है।
तो जानते हैं दालचीनी के गुणों के बारे में…
एंटीऑक्सीडेंट से होती है भरपूर
दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। जो हमारे शरीर को फ्री रेडिकल से होने वाले ऑक्सीडेटिव नुकसान से भी बचाती है। दालचीनी आपके शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती है। इससे उपयोग से बाल, स्किन और शरीर के अन्य हिस्सों को लाभ मिलता है।
दालचीनी करती है इंसुलिन का काम
जब शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम होने लगती है। तो शुगर बढ़ने लगती है। ऐसे में दालचीनी इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके प्रॉब्लम से राहत दिलाती है। जिस व्यक्ति को डायबिटीज होती है उसका ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए दालचीनी के इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि दालचीनी में कई गुण पाए जाते हैं। एक रिसर्च में सामने आया है कि इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में दालचीनी एक अच्छा ऑप्शन है। इससे शरीर में हेल्दी ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट होने में सहायता मिलती है। इस रिसर्च को जर्नल ऑफ डायबिटीज साइंस के एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित किया गया था।
अल्जाइमर की परेशानी भी होगी दूर
अगर ब्रेन सेल्स की संरचना में कोई कमी आती है तो न्यूरोडीजेनेरिटिव की समस्या उत्पन्न होती है। जिसमें अल्जाइमर और पार्किंसन दो सबसे आम प्रकार हैं। अगर दालचीनी को जानवरों में इस्तेमाल करें तो अल्जाइमर और पार्किंसन बीमारी को ठीक होने में सहायता मिलती है।
जरूरत से ज्यादा सेवन भी है हानिकारक
किसी भी चीज की एक लिमिट होती है। उसी प्रकार दालचीनी के सेवन की भी एक लिमिट है। अगर आप डेली दालचीनी का सेवन करते हैं तो कैंसर और यकृत को खतरा हो सकता है। जिससे कम ब्लड शुगर लेवल, मुँह में घाव व सांस लेने में प्रॉब्लम हो सकती है। अगर आप अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल शुरू करना चाहते हैं तो आप सीलोन दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा डाइबिटीज के मरीज रोजाना 6 ग्राम तक दाल चीनी का सेवन कर सकते हैं।