सड़क की चौड़ाई करीब 35 मीटर होगी।
15 पुल-पुलिया और 48 कनेक्टिंग रोड सड़क का काम गोल जोड़ की ओर से शुरू होगा। पंद्रह किमी लंबी रोड में करीब पंद्रह पुल-पुलियाएं होंगी। रोड से 48 कनेक्टिंग रोड भी होंगी। ्ररोड निर्माण के दौरान ही एप्रोच सड़कों की गलियों को करीब 50 मीटर तक बनाया जाएगा, ताकि जब कोई मुख्यमार्ग से जुड़े तो उसे सामान्य स्थिति मिले। रोड निर्माण में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माणों को हटाया जाएगा। सड़क किनारे कई बड़े मैरिज गार्डन, संस्थानों ने सरकारी जमीन का बड़ा हिस्सा अपनी बाउंड्रीवॉल में दबा दिया है, ये दीवारें टूटेंगी।
बीच में सीवेज लाइन,चैंबर रोड उठेंगे
अभी कोलार रोड के नीचे पानी और सीवेज लाइनें हंै। चौड़ीकरण के बाद यह रोड के बीच में आ जाएंगी। पानी की लाइन को बैरागढ़ चिचली से 23 किमी लंबाई तक रोड किनारे शिफ्ट किया जाएगा। सीवेज की लाइन रोड के नीचे ही दबी रहेगी। सफाई के लिए चैंबर को रोड की ऊंचाई तक उठाया जाएगा। चैंबर से ट्रैफिक गुजरेगा। कोलार रोड पर अभी 33केवी की लाइन बीच में है। 11केवी लाइन किनारों पर है। नई डिजाइन मेंबीच की लाइन के छह तारों को किनारों की लाइन पर शिफ्ट किया जाएगा। हर खंभे पर 9 तार का वजन होगा। बिजली लाइन को रोड पार कराने के लिए अंडरग्राउंड केबल का उपयोग किया जाएगा। कोलार रोड से 135 ट्रांसफार्मर को भी शिफ्ट किया जाएगा। इनकी संख्या कम करने के लिए अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित किए जाएंगे। बिजली खंभों की दूरी 30 मीटर होगी।
सिक्सलेन पर मेट्रो रूट की जगह
कोलार रोड सिक्सलेन प्रोजेक्ट पहला भाग है। यहां बीच से बिजली लाइन इसलिए शिफ्ट की जा रही, ताकि मेट्रो ट्रेन का रूट इसी सिक्सलेन पर बन सके। मेट्रो के एलीवेटेड ट्रैक के ऊपर से फ्लाईओवर भी प्रस्तावित है। कोलार रोड सिक्सलेन इसका एक भाग है।सिक्सलेन से कोलार के रहवासियों के अलावा ओबैदुल्लागंज, मंडीदीप, सलकनपुर, हरदा, टिमरनी व अन्य जगहों से आने-जाने वाले 5 लाख लोगों को हर रोज फायदा मिलेगा। उन्हें जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। निर्माण के दौरान रूट डायवर्ट भी किया जाएगा। ऐसे में शाहपुरा होते ही कलियासोत ब्रिज बेहतर विकल्प रहेगा।