लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा- हम कांग्रेस के साथी, भाजपा, संघ की विचारधारा को निरन्तर कोसते हैं। मैं भी उनकी विचार धारा से सहमत नहीं हूं। परंतु कांग्रेस की विचारधारा कहां लुप्त हो गई कि चुनाव में हमें “दुष्ट’ तांत्रिक बाबाओं की मदद लेनी पड़ रही है?
इससे पहले लक्ष्मण सिंह ने विधायकों के पार्टी छोड़ने पर भी तंज कंसा था। उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ को चेताते हुए लिखा था- नारायण पटेल जैसे “मृदुभाषी, कर्मठ” साथी विधायक का पार्टी छोड़ कर जाने पर बहुत दुख हुआ। यह तो किसी गुट के नहीं थे, फिर क्यों गए? मध्यप्रदेश कांग्रेस और कमलनाथ जी चिंतन करें।
बता दें कि कम्प्यूटर बाबा लगातार कांग्रेस के पक्ष में सभाएं कर रहे हैं। 22 विधायकों के पार्टी छोड़ने को लेकर बाबा ने कहा था कि ऐसे गद्दारों को जनता सबक सिखाएगी। लोकसभा चुनाव के दौरान भी कम्प्यूटर बाबा ने दिग्विजय सिंह के समर्थन में सभाएं की थीं।