ज्ञात हो कि सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का समय बदलकर सुबह 9 से शाम 4 बजे तक कर दिया गया है। इसके बाद विभाग को जानकारी मिली थी कि लंच के बाद कुछ डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठ रहे। इसके बाद यह निर्णय लिया गया।
तीन बार करेंगे साइन
अधीक्षक डॉ. आईके चुघ के मुताबिक जो डॉक्टर सुबह ओपीडी में आएंगे उन्हें रजिस्टर में साइन करने होंगे। लंच के बाद दोपहर 2.15 पर दूसरा साइन होगा, इसके बाद तीसरा साइन शाम चार बजे ओपीडी खत्म होने पर होगा।
नए नियम से बढ़ेगी दिक्कतें
इधर डॉक्टरों का कहना है कि वैसे ही डॉक्टरो की संख्या कम है। ओपीडी के साथ वार्ड में भर्ती मरीजों को भी देखना पडता है। अगर डॉक्टर वार्ड में हैं और कर्मचारी उसी समय ओपीडी में आता है, तो अनुपस्थिति लगा दी जाएगी। मप्र मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के संरक्षक डॉ ललित श्रीवास्तव बताते है कि ऐसे निर्देर्शों से डॉक्टरों के मनोबल पर असर होता है।
ओपीडी से नदारद तीन डॉक्टरों को नोटिस
जेपी अस्पताल में ओपीडी टाइम में नदारद तीन डॉक्टरों को नोटिस जारी किया गया है। शासन द्वारा ओपीडी टाइम सुबह 9 से शाम 4 बजे तक करने के बावजूद यह डॉक्टर ओपीडी टाइम में नहीं थे। अस्पताल अधीक्षक डॉ आईके चुघ ने डॉ बीके दुबे, डॉ अशोक भाटिया और डॉ राकेश श्रीवास्तव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
मरीजों को देखने का समय
सभी सरकारी अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टर सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मरीजों के इलाज के लिए बैठेंगे। जिससे मरीजों को उपचार के लिए लाइन में अपनी बारी का लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
45 मिनट का मिलेगा ब्रेक
मध्यप्रदेश शासन के आदेश के तहत ओपीडी का नया टाइम टेबल इसी सप्ताह से लागू हो जाएगा। इसमें प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर सहित अस्पताल के स्टाफ को दोपहर में 45 मिनट का लंच ब्रेक दिया जाएगा। लंच ब्रेक के दौरान अस्पतालों की इमरजेंसी यूनिट संचालित रहेगी।
मरीजों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मरीजों की सुविधा को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर के उपलब्ध रहने का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक निर्धारित किया है। इस निय से दूर से आने वाले ग्रामीण मरीजों को लाभ मिलेगा।