काली मंदिर के पास
संतनगर में प्राचीन काली मंदिर के पास विगत 2 वर्षों से शराब दुकान संचालित हो रही है। इससे मंदिर आने-जाने वालेे श्रद्धालुओं को शराबियों का सामना करना पड़ता है। रहवासियों ने दुकान हटाने के लिए धरना, प्रदर्शन, आंदोलन तक किया पर आबाकारी विभाग के आला अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
सब्जी मंडी के मेन गेट पर
पुरानी सब्जी मंडी को स्थानांरित कर सीहोर नाके पर शिफट किया गया था। शिफट करने का मकसद आमजन को सुविधा मुहैया कराना था, लेकिन यहां सब्जी मंडी शिफट होने के चंद माह बाद ही शराब ठेकेदार ने दुकान खोल दी। यहां शाम के समय महिलाएं, युवतियां सब्जी खरीदने आती हैं। सब्जी मंडी के मेन गेट से अंदर जाते और बाहर आते समय उन्हें शराबियों के बीच से गुजरना पड़ता है। यहां सड़क पर ही शराब पीते नजर आते हैं।
नवयुवक सभा स्कूल के पास
संतनगर स्थित नवयुवक सभा स्कूल के पास विगत तीन वर्षों से शराब दुकान स्थित है। यह दुकान नवयुवक परिषद द्वारा संचालित नवयुवक सभा स्कूल के मुख्य मार्ग पर है। प्रतिदिन छात्र-छात्राओं को यहीं से निकलना होता है। शराब दुकान की वजह से उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।
गांधीनगर पर्णकुटी कॉलोनी
गांधीनगर के कवर्ड कैंपस पर्णकुटी कॉलोनी के प्रवेश द्वार के पास ही दो शराब दुकानें संचालित हो रही हैं। जिस कारण कॉलोनी के मेन गेट पर ही शराबियों को जमावड़ा रहता है। कॉलोनी से निकलने वाले परिवार कई बार यहां शराबियो की वजह से परेशान होत हैं। स्थानीय पार्षद सहित रहवासियों ने कई बार दुकानों को शिफट करने की मांग की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
रहवासी इलाकों सहित स्कूलों, मंदिरों के पास शराब दुकानों का संचालन किया जा रहा है। जिम्मेदारों ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिस वजह से जहां मन होता है शराब ठेकेदार दुकानें खोल देते हैं।
दौलत सिंह चौहान, समाजसेवी, संतनगर
कॉलोनियों के मेन गेट पर ही दुकानें खुली हुई हैं। कई बार अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। कवर्ड कैंपस से निकलते ही महिलाएं भयभीत होती हैं।
राजू मीणा, रहवासी गांधीनगर
सब्जी मंडी के आसपास और काली मंदिर के आसपास शराब की दुकानें संचालित हो रही हैं। दुकानोंं के आसपास पेट्रोलिंग कराई जाती है। आवश्यकता होने पर तत्काल पुलिस भेज दी जाती है।
अजय मिश्रा, टीआई, बैरागढ़