भोपाल

Lok Sabha Election 2019: मतदान को लेकर चुनाव आयोग से आई बड़ी खबर

Lok Sabha Election 2019: मतदान को लेकर चुनाव आयोग से आई बड़ी खबर

भोपालMay 06, 2019 / 12:56 pm

Manish Gite

भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले तीसरे और चौथे चरण से पहले चुनाव आयोग से बड़ी खबर आई है। रमजान के दौरान वोटिंग के समय में परिवर्तन करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी गई है। अब वोटिंग हमेशा की तरह ही तय समय पर होगी। 5वें चरण में सोमवार को वोटिंग जारी है। मध्यप्रदेश में 6वें चरण में 12 मई और 7वें चरण में 19 मई को वोटिंग होगी। फिलहाल 6 मई को प्रदेश के 6 लोकसभा क्षेत्रों में वोटिंग जारी है।


मध्यप्रदेश के कई संगठन चुनाव आयोग से मांग कर रहे थे कि रमजान के मौके पर वोटिंग के समय में परिवर्तन कर दिया जाए। रमजान में ढाई घंटे पहले वोटिंग शुरू करने की मांग की गई थी। इसके अलावा मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में तापमान में पांच डिग्री के इजाफे और लू चलने की चेतावनी का जिक्र किया गया था।

 

चुनाव आयोग का कहना है कि मतादन अधिकारी पहले से ही बढ़े हुए घंटों में काम कर रहे हैं। हर राज्य में सूर्योंदय का समय अलग-अलग होता है। यदि मतादन सूर्योदय से पहले शुरू कर दिया जाएगा तो अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक बदलाव भी करने पड़ेंगे। ऐसे में इसमें फेरबदल संभव नहीं है।

 

और क्या कहा आयोग ने
आयोग ने यह भी कहा कि स्टाफ के लिए चुनाव प्रक्रिया काफी थकाऊ होती है। ऐसे में वोटिंग का वक्त बढ़ाना व्यावहारिक नहीं है।

-सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ही चुनाव आयोग से एक याचिका पर विचार करने को कहा था।
-याचिका में रमजान और गर्मी के कारण लोकसभा चुनाव 2019 के बाकी चरणों में वोटिंग का वक्त सुबह 7 से 5 बजे करने की गुजारिश की गई थी। 7 मई से रमजान शुरू हो रहे हैं।

-दो वकीलों मोहम्मद निजामुद्दीन पाशा और असद हयात की ओर से यह याचिका लगाई गई थी। याचिका पर विचार करने के लिए आयोग ने एक कमेटी बनाई।

याचिकाकर्ताओं ने 5वें, 6वें और 7वें चरण के मतदान के लिए वोटिंग का समय दो से ढाई घंटे पहले करने का अनुरोध किया था। बाकी शेष तीन चरणों के तहत क्रमश: 6 मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होना है।
-याचिका में यह भी कहा था कि चुनाव के इन शेष चरणों के दौरान देश के कई हिस्सों में लू चलने की आशंका और रमजान के चलते परेशानी हो सकती है।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के भोपाल समेत प्रदेश के कई शहरों में बड़ी संख्या में मुसलमान रहते हैं। याचिका में कहा गया था कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण मुसलमानों का घरों से बाहर निकलना और वोट देने के लिए कतार में खड़े रहना परेशानी पैदा करेगा। इसके साथ ही सुबह की नमाज और सहरी के बाद रोजा रखने वाले ज्यादातर लोग आराम करते हैं।

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