बीजेपी ने सांसद केपी यादव की उम्मीदवारी खत्म की तो कांग्रेस ने उनपर बहुत डोरे डाले। हालांकि केपी यादव ने बीजेपी छोड़ने से इंकार कर दिया लेकिन सिंधिया पिछली हार का दंश भूले नहीं हैं। वे बहुत फूंक—फूंककर कदम उठा रहे हैं। पिछले चुनाव में उनकी हार की सबसे बड़ी वजह यादव वोटर्स थे जोकि केपी यादव के पक्ष में लामबंद हो गए थे। यही कारण है कि सिंधिया इस बार यादवों को साधने पर सबसे ज्यादा जोर लगा रहे हैं।
सिंधिया ने इसके लिए गुरुवार को गुना संसदीय क्षेत्र Guna Lok Sabha के अशोकनगर के चंदेरी में यादव समाज का कार्यक्रम आयोजित कराया। इसमें प्रदेशभर के प्रमुख यादव नेताओं को बुलाया गया था। चंदेरी में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सीएम मोहन यादव को आंमत्रित किया गया। यहां कृष्णा गौर भी आईं।
यादव समाज के कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमें देशहित में पीएम नरेंद्र मोदी को फिर से देश की कमान सौंपना है। इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को जिताना है। कृष्णा गौर ने कहा कि यादव समाज को नरेंद्र मोदी को पीएम बनवाने के लिए सिंधिया को जिताने का संकल्प लेना होगा।
कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यादव समाज का सम्मेलन हमारे सीएम की अध्यक्षता में आयोजित हो रहा है। उन्होंने यादव समाज को कांग्रेस की वादाखिलाफी की याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस ने सुभाष यादव के साथ नाइंसाफी की थी। यादव समाज के इस सबसे प्रमुख नेता को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया।
यादव वोटों की संख्या सबसे ज्यादा- गौरतलब है कि गुना लोकसभा में यादव वोटों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां 2 लाख से ज्यादा यादव मतदाता हैं। गुना शिवपुरी संसदीय सीट तीन जिलों की आठ विधानसभा सीटों से बनी है। इसमें गुना जिले की बमोरी व गुना, अशोकनगर जिले की चंदेरी, मुंगावली व अशोकनगर और शिवपुरी जिले की पोहरी, कोलारस व शिवपुरी विधानसभा सीट शामिल हैं।