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सरकार की रिपोर्ट में खुलासा, महिलाओं के लिए ठीक नहीं है यह शहर

locationभोपालPublished: Dec 18, 2019 05:31:48 pm

Submitted by:

Faiz

विधानसभा Madhya Pradesh Assembly में सरकार ने Winter Session में दिया विपक्ष का जवाब। Women Violence महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित unsafe है Gwalior शहर, मध्य प्रदेश बनता जा रहा है Crime State अपराधों का गढ़।

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सरकार की रिपोर्ट में खुलासा, महिलाओं के लिए ठीक नहीं है यह शहर

भोपाल/ मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा ग्वालियर में महिलाएं असुरक्षित हैं। यहां इसी साल 1 जनवरी 2019 से लेकर 30 नवंबर 2019 तक अत्याचार से जुड़े सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। एक साल से भी कम समय में यहां महिला अपराध से जुड़े 2366 मामले दर्ज किए गए हैं। महिला अपराध का ये मामला राजधानी भोपाल से कई गुना ज्यादा है। इसी अवधि में भोपाल में 1545 महिला अत्याचार के केस दर्ज किए गए हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ये जानकारी विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा मांगी गई अपराध से संबंधित जानकारी के जवाब में सरकार ने खुद दिये हैं।

 

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कुल अपराधों में सबसे आगे भोपाल

सूची के मुताबिक, प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराध राजधानी भोपाल में हुए हैं। विपक्ष को दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के बड़े शहरों में सबसे ज्यादा अपराध भोपाल में हो रहे हैं। यहां 1 जनवरी 2019 से लेकर नवंबर 30 तक कुल 4776 अपराधिक मामले दर्ज किये गए हैं। यानी बड़े शहरों की सूची में इसी अवधि में इंदौर में 4181 केस दर्ज किए गए हैं। हालांकि दर्ज किए गए मामलों में जबलपुर को तूसरा स्थान प्राप्त हुआ। यहां इसी साल की शुरुआत से लेकर अब तक 2022 केस दर्ज किए जा चुके हैं। हालांकि, इंदौर में सबसे ज्यादा हत्याओं के मामले दर्ज हुए हैं। यहां बीते 11 माह में हत्या के 69 मामले दर्ज किये गए हैं। ग्वालियर में 60, भोपाल में 56 और जबलपुर में 59 हत्या के केस दर्ज किए गए हैं।

 

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शहर के हिसाब से जानिए- कहां कितने अपराध

– ग्वालियर में महिलाओं पर अत्याचार के 2366 केस, हत्या 60, अपहरण 314, चोरी 1522, लूट 109, कुल 4583 केस दर्ज हुए।

– शिवुपरी में महिलाओं पर अत्याचार के 658 केस दर्ज हुए। हत्या 45, अपहरण के 139, दुष्कर्म के 99, चोरी के 248 और लूट के 24 केस, कुल 1217 केस दर्ज हुए।

– मुरैना में महिलाओं पर अत्याचार के 956 केस दर्ज हुए। हत्या 44, अपहरण के 116, दुष्कर्म के 84, चोरी के 512, लूट के 40 केस, कुल 1754 केस दर्ज हुए।

– भिंड में महिलाओं पर अत्याचार के 255 केस, हत्या 40, अपहरण 89, दुष्कर्म 88, चोरी 236, लूट 23, कुल 739 केस दर्ज हुए।

– श्योपुर में महिलाओं पर अत्याचार के 97 केस दर्ज हुए। हत्या 7, अपहरण 15, दुष्कर्म 24, चोरी 42, लूट 3, कुल 188 केस दर्ज हुए।

– दतिया में महिला अत्याचार के 511 केस, हत्या 18, अपहरण के 78, दुष्कर्म के 31, चोरी के 179, लूट के 18 केस, कुल 834 केस दर्ज हुए।

– छतरपुर में महिला अत्याचार के 896 केस, हत्या 40, अपहरण 220, दुष्कर्म 77, चोरी 302, लूट 28, कुल 1563 केस दर्ज हुए।

– टीकमगढ़ में महिला अत्याचार के 164, हत्या 17, अपहरण 116, दुष्कर्म 58, चोरी 120, लूट 3, कुल 480 केस दर्ज हुए।

– भोपाल में महिलाओं पर अत्याचार के 1545 केस, हत्या 56, अपहरण के 610, दुष्कर्म के 338, चोरी 2133, लूट 92, कुल 4776 अपराध दर्ज हुए।

– जबलपुर में महिलाओं पर अत्याचार के 498 केस, हत्या 59, अपहरण के 520, दुष्कर्म के 164, चोरी 711, लूट 69, कुल 2022 केस दर्ज हुए।

– इंदौर में महिलाओं पर अत्याचार के 1042 केस, हत्या 69, अपहरण 565, दुष्कर्म 328, चोरी 2107, लूट 69, कुल 4181 केस दर्ज हुए।

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