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भोपाल

मुख्यमंत्री, 23 मंत्री सहित 73 फीसदी विधायक किसान

एक पूर्व आइपीएस, 5 डॉक्टर, दो इंजीनियर भी हैं विधायक
 

भोपालOct 23, 2018 / 11:28 pm

anil chaudhary

madhyapradesh-mahamukabla-2018

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विधायक एक नजर
– कृषि/अन्य 168 विधायक
– व्यापार 18
– होटल/ठेकेदार 7
– अन्य कार्य 37

भोपाल. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और 23 मंत्री समेत 73 फीसदी विधायक किसानी करते हैं। एक मंत्री बिल्डर हैं और दो की कंपनियों में पार्टनरशिप है। उधर, 46 प्रतिशत विधायक एकल खेती और विधायकी के वेतन-पेंशन से ही गुजारा करते हैं। बाकी के पास दूसरे व्यवसाय भी हैं। राजघराने से जुड़े और विरासत में राजनीति पाने वाले विधायकों ने भी अपना पेशा खेती ही बताया है। कुछ के लिए तो विधायकी नौकरी जैसी है। वे पेशे के तौर पर इसी का उल्लेख किया है।
शिवराज 2013 में दो सीटों से चुनाव लड़े थे, उन्होंने हलफनामे में पेशा कृषि बताया है। जबकि गुजारे की आय में वेतन और रेंट का उल्लेख किया है। राज्य के 29 मंत्रियों में से 23 ने खुद को खेती से जुड़ा बताया। इनमें से 12 के पास दूसरे कारोबार भी हैं। विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा खेती और पेंशन पर ही आश्रित हैं तो उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह कृषि के साथ व्यापार भी करते हैं। एक पूर्व आइपीएस अफसर, पांच डॉक्टर और दो इंजीनियर के साथ छह विधायक सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आए हैं।
बिल्डर और फर्म के पार्टनर
प्रदेश के एक मंत्री बिल्डर हैं। दो मंत्री कंपनी में पार्टनर हैं। केवल तीन मंत्रियों ने ही खुद को व्यवसायी बताया है। 18 विधायकों ने खुद को प्रॉपर्टी ब्रोकर और व्यापारी बताया है।
विरासत में राजनीति, पेशा में कुछ और
मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को राजनीति विरासत में मिली है। उनकी मां से लेकर पूरा परिवार राजनीति में है, लेकिन पेशा समाजसेवा बताया है। उन्होंने आय के साधन का उल्लेख नहीं किया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र ने भी किसानी और किराए से आय होना बताया है।
राजघराने से हैं, खुद को बताया किसान
राजघराने में पले-बढ़े विधायकों ने भी पेशे को कृषि बताया है। इनमें नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह और विधायक दिव्यराज भी शामिल हैं। विदेश से पढ़ाई करने वाली विधायक पारुल साहू ने भी पेशा किसानी ही लिखा है, हालांकि उनका होटल भी है।
एकमात्र विधायक का पेशा राजनीति
230 में से एक मात्र विधायक रंजना बघेल ने राजनीति को पेशा बताया है। वे गैस एजेंसी का भी संचालन करती हैं। दिलचस्प है कि नौ विधायकों ने पेशे के कालम में विधायकी का ही उल्लेख कर दिया है। 32 विधायकों की जीविका का साधन विधायकी की वेतन और पेंशन है।
– कारोबारी: 18 विधायक व्यवसाय में लगे
– बिल्डर, प्रॉपर्टी ब्रोकर : छह विधायक बिल्डर और प्रापर्टी ब्रोकर हैं।
– हाउस वाइफ : पांच महिला विधायकों ने पेशे में हाउस वाइफ बताया।
– शासकीय सेवक : पांच विधायक सरकारी सेवा छोड़ राजनीति में आए हैं।
– डॉक्टर- पांच विधायक डॉॅक्टरी के पेशे से जुड़े हुए हैं।
– पेट्रोल पंप-गैस एजेंसी : सात विधायकों के पास पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी है।
– इंजीनियर : दो विधायक इंजीनियर हैं
– महिला किसान :12 महिला विधायकों ने कृषि पेशा बताया।
– एक मंत्री और एक विधायक बीमा अभिकर्ता। दो विधायक ठेकेदार हैं।
– चार विधायक वकील और एक विधायक पत्रकार है।

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