चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई सूची में करेला, बरछी, एयरकंडीशन, अलमारी, कूलर, चाकू, कैलकुलेटर, पेंसिल, रबर, टोपी, मोजे, पेंट, जुराब, ट्रक, चारपाई, जंजीर, हरी मिर्च समेत भिंडी भी शामिल है।
चुनाव चिह्न पर एक नजर
गुब्बारा, बोतल, बक्सा, ईंट, बाल्टी, केक, कैमरा, कैन, शिमला मिर्च, फूल गोभी, चपाती रोलर, शतरंज बोर्ड, चप्पलें, चिमटा, चिमनी, कोट, नरियल फार्म, कलर ट्रे, के्रन, कप-प्लेट, कटिंग प्लायर, हीरा, डिश एंटीना, डोली, गेट घंटी, ड्रिल मशीन, डम्बल, बिजली का खंभा, लिफाफा, एक्सटेंशन बोर्ड, बांसुरी, हल जोतता किसान, फव्वारा, फ्रॉक, फ्राइंग पैन, गैस सिलेंडर, चूल्हा, अंगूर, हारमोनियम, प्रेस आदि शामिल हैं।
निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए चुनाव चिह्न की सूची प्राप्त हो गई है। प्रत्याशियों को इनमें से अपना चिह्न चुनना होगा।
संतोष कुमार वर्मा, एडीएम व उप जिला निर्वाचन अधिकारी
प्रदेश में चुनावी हिंसा रोकने के लिए मांगी 700 कंपनियां
उधर विधानसभा चुनाव के दौरान हिंसात्मक घटनाओं को रोकने के लिए इस बार पुलिस महकमा तीन गुना अधिक कसावट का दावा कर रहा है। मतदान के दौरान सबसे अधिक हिंसात्मक घटनाएं जिन जिलों में उनका डाटा एकत्रित कर लिया गया है।
चंबल, ग्वालियर और बुंदेलखंड से कुछ संवेदनशील और अति-संवदेनशील मतदान केंद्रों को चिह्नित किया गया है। इन जिलों में मतदान के ठीक पहले और आखिर तक पुलिस मुख्यालय से विशेष निगरानी की जाएगी। पुलिस ने चुनाव आयोग से 700 कंपनियों की मांग की है, जिनमें से 650 से अधिक मिलने की उम्मीद है।
पिछले विधानसभा चुनाव में 552 कंपनी चुनाव कराने आर्इं थीं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव व मतदान के दौरान पिछली बार 1006 प्रकरण दर्ज किए गए थे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कांताराव का कहना है कि पिछली बार जहां सबसे अधिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, उन जिलों में इस बार तीन गुना अधिक सेंट्रल मिलट्री फोर्स के साथ स्थानीय बल तैनात किया जा रहा है।
दिव्यांगों को बूथ पर विशेष छूट, सीधे ले जा सकेंगे वाहन
विधानसभा चुनावों में मतदान के दिन दिव्यांगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए प्रावधान किए गए हैं। विशेष छूट देते हुए तीन पहिया वाहन सीधे मतदान कक्ष तक ले जाने की अनुमति दी गई है।
निर्वाचन आयोग से मिले निर्देशानुसार जिले के सभी मतदान केंद्रों पर रैम्प अनिवार्य किया गया है। चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इस बारे में अवगत करा दिया है।
जिन मतदाताओं के पास दिव्यांग मतदाता वाली पर्ची होगी, वे अपने वाहन मतदान कक्ष तक ले जा सकेंगे। खास बात है कि मतदान केंद्रों तक रैंप बनाए जा रहे हैं।