प्रश्न: पत्रिका चेंजमेकर अभियान ने किस तरह आपके जीवन को एक नई राजनीतिक दिशा दी?
खंडेलवाल: पत्रिका चेंजमेकर अभियान से जुडऩे के बाद लगातार भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई और गलत के विरोध में आवाज उठाने लगा। फिर लगा कि चेंजमेकर बनकर समाज में बदलाव किए जा सकते हैं और आम जन की समस्याओं और शोषण को रोका जा सकता है।
प्रश्न: आपके क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्याएं क्या हैं?
खंडेलवाल: अवैध अतिक्रमण, बेरोजगारी, खराब और खुदी हुई सड़कें, हरियाली को उजाड़ा जाना, बारिश में घरों में जलभराव, असामाजिक गतिविधियां आदि क्षेत्र की बड़ी समस्याएं हैं।
प्रश्न: इनके निवारण के लिए आपका विजन क्या है?
खंडेलवाल: अतिक्रमण को सख्ती से रोकना, लोगों की समस्याओं का निराकरण उनके ही दरवाजे पर करना, पानी, बिजली, सड़कों की स्थिति को सुधारना, सरकारी स्कूलों को अत्याधुनिक किया जाना, सररकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार जरूरी है।
प्रश्न: आप स्मार्ट सिटी के पक्षधर हैं या विरोध में?
खंडेलवाल: नव निर्माण और विकास होना चाहिए, लेकिन व्यवस्थित हो। आम जनता को सुविधाएं मिलें। पेड़ काटने से पहले सुप्रीम कोर्ट के नियम लागू कर पहले एक के बदले चार पौधे लगाएं फिर काटें।
खंडेलवाल: क्षेत्र के विकास के लिए स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की व्यवस्था हो। सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त स्टाफ और सामग्री उपलब्ध हो। पेयजल की हर घर में पहुंच हो।
खंडेलवाल: जनता के बीच के युवा, बुजुर्ग, महिला मेरी कोर टीम में शामिल है। प्रश्न: मतदाता आपको क्यों चुने?
खंडेलवाल: जनता अब बदलाव चाहती है। सभी दलों को जनता ने देख लिया। जनसंपर्क के दौरान लोग खुद मुझे अपनी परेशानियां बता रहे हैं।
खंडेलवाल: विकास जनता का न होकर नेताओं का होने जैसी चीजें आम हो गई हैं। जनसेवकों द्वारा ही जनता को परेशान किया जा रहा है। यह सब देखकर एक बदलाव लाने के लिए चुनाव लडऩे का फैसला लिया।