टापर्स हुए फेल…
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय के कुलपति को एक ज्ञापन लिखा है ज्ञापन में लिखा है कि सेमेस्टर परीक्षा में भारी गडबड़ी और छात्रों के भविष्य के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। इस लिए दोषियों पर तुंरत कार्रवाई की जाए।
इतना ही ज्ञापन में ये भी लिखा गया है कि सेमेस्ट एग्जाम के रिजल्ट घोषित हो चुके है। एग्जाम के रिजल्ट में उन छात्रों को फेल कर दिया गया है जो पिछली परीक्षा में टॉपर थे। और उनका शैक्षणिक रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा था।
परीक्षा नियंत्रक की मिलीभगत…
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन जिला भोपाल के इंचार्ज सुहृद तिवारी ने ज्ञापन में लिखा है कि मुझे लगता कि ये सब परीक्षा नियंत्रक की मिलीभगत के कारण संभव हुआ है। इंचार्ज सुहृद तिवारी का कहना है किे परीक्षा नियंत्रक संघ के कार्यकर्ता है और वे उन छ़ात्रों से दवेष भावना रखते है।
कुलपति से की कार्रवाई की मांग
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन जिला भोपाल के इंचार्ज सुहृद तिवारी ने कुलपति से कार्रवाई करते हुए मांग की है कि दोषी परीक्षा नियंत्रक और उनके साथ दोषी टीचरों जो परीक्षा जैसी महत्वपूर्ण चीज में विचारधारा के हिसाब से चलकर छात्रों के साथ भद्दा मजाक किया है।
इतना ही नहीं छात्र संगठन के लोगों का कहना है कि कुलपति को बिना देर किए हुए दोषियों पर कार्रवाई की जाए, जिससे माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय प्रशासन और शिक्षा व्यवस्था पर स्टूडेंटों का विश्वास बना रहें।
पुलिस के आने से भड़के स्टूडेंट
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के स्टूडेंटों धरने पर बैठे थे तभी विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस आ गई। परिसर में पुलिस के आने से स्टूडेंट भड़क गए। स्टूडेंटों का कहना है कि यूजीसी के गाइडलाइन के अनुसार पुलिस कैंपस में नहीं आ सकती। उसके बाद भी पुलिसकमियों ने परिसर में प्रवेश किया है।
परीक्षा परिणाम में गडबड़ी को लेकर जांच के निर्देश
स्टूडेंटों के विरोध के बाद माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणाम में विद्यार्थियों की मांग पर विश्वविद्यालय ने त्वरित जाच का निर्णय लिया है। कुलपति पी. नरहरि ने विद्यार्थियों के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्राप्तांकों को लेकर उनके असंतोष को देखते हुए दो दिन में मामले की जांच कर उसके निराकरण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि आगामी दो दिन में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों का नि:शुल्क मूल्यांकन विश्वविद्यालय कराएगा। इसके साथ ही कुलपति ने निर्देश दिए हैं कि यदि विद्यार्थियों के अंक प्रविष्टी में कोई त्रुटि है तो इसका भी निराकरण किया जाएगा।