नतीजतन स्कूल शिक्षा विभाग ने उन स्कूलों में मेंटरशिप प्रोग्राम शुरू किया है, जहां बोर्ड परीक्षा का परिणाम पिछले तीन साल से 40% से कम रहा है। इन स्कूलों का परीक्षा परिणाम सुधारने का जिम्मा यहां तैनात मेंटर संभालेंगे। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ शिक्षक मेंटर की भूमिका में होंगे। ये आगामी बोर्ड परीक्षा परिणाम के लिए जवाबदेह भी होंगे।
ये भूमिका निभाएंगे
मेंटर्स को सप्ताह में दो बार संबंधित स्कूल में विजिट करना होगा। प्राचार्य, शिक्षक और विद्यार्थियों को परिणाम सुधारने प्रेरित करेंगे। समय पर शैक्षणिक कार्य करेंगे। राज्य से जिलों की हर 15 दिन में तो जिलों से समीक्षा बैठकें हर महीने होंगी।
वाट्सऐप पर शिक्षकों का प्रशिक्षण
भले ही राज्य के स्कूलों को शत प्रतिशत क्षमता से खोलने के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण की वजह भी कोरोना संक्रमण को बताया गया है। बहरहाल, कक्षा दो से आठवीं तक के विद्यार्थियों की अंग्रेजी विषय में दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से शिक्षकों के लिए अंग्रेजी लिटरेसी कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण का आयोजन वाट्सऐप के जरिये किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल से अंग्रेषी विषय के एक-एक शिक्षक का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके लिए जिलों से सूची मांगी गई है।