मौसम विशेषज्ञ शैलेन्द्र नायक के अनुसार, पहला चक्रवाति संचरण के रुप में पश्चिमी विच्छोप उत्तरी पाकिस्तान, सटे हुये पंजाब तथा जम्मू एवं कश्मीर पर स्थित है तथा इससे प्रेरित चक्रवाती संचरण पश्चिमी राजस्थान एवं सटे पाकिस्तान पर स्थित है। चक्रवाती संचरण के रुप में दूसरा पश्चिमी विच्छोप अफगानिस्तान के पश्चिमी हिस्सो एवं आसपास के क्षेत्रो में स्थित है। इन दोनों पश्चिमी विच्छोपों एवं प्रेरित चक्रवाती संचरण के संयुक्त प्रभाव के कारण मध्यप्रदेश के हिस्सों में कुछ स्थानों से अनेक स्थानों पर बारिश के साथ गरज चमक के साथ आंधी (हवाओं की अधिकतम गति 30 से 40 किमी प्रति घंटा) की संभावना है।
पिछले 24 घंटो में इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में बारिश हो सकती है बाकि जिलों में मौसम सामन्य रहेगा। इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, ग्वालियर, और चंबल संभाग के जिलों में और टीकमगढ़, सागर, दमोह, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिले में बारिश हो सकती है।