एएआइ की मंजूरी के बाद इंदौर मेट्रो एमआर 10 रूट देवी अहिल्याबाई होल्कर विमानतल के नीचे से गुजरने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के अगले चरण में एयरपोर्ट-बसंतकुंज रूट को लेना चाहती है लेकिन जमीन की उपलब्धता के मुद्दे पर चर्चा जारी है। इधर भोपाल पहले फेज के लिए एमपी नगर प्रगति पेट्रोल पंप, वित्तीय संस्थान, स्टडफार्म की जमीन आवंटन को लेकर प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है जबकि सिविल कंस्ट्रक्शन करने के लिए दिलीप बिल्डकॉन को वर्क ऑर्डर जारी करने की बात चल रही है।
फ्लाइट कनेक्टिविटी से पैसेंजर लोड
इंदौर एमआर 10 रूट के चयन के लिए वहां फ्लाइट कनेक्टिविटी की बेहतर स्थिति को वजह माना गया है। इंदौर में प्रतिदिन 88 फ्लाइट्स देश भर के लिए उड़ानें भरती हैं, इससे मेट्रो रेल सेवा के लिए अच्छा पैसेंजर लोड मिलने की संभावना है। भोपाल में फ्लाइट कनेक्टिविटी कम होने और रूट नंबर चार पर निजी जमीनों की अधिकता की वजह से इसे पहले फेज से दूर रखा गया है।
शहर से एयरपोर्ट पहुंचने में अभी पीक आवर्स में एक घंटे का वक्त लगता है। मेट्रो रूट नंबर तीन के तहत बनने वाले बसंतकुंत-एयरपोर्ट-भौंरी ट्रैक से ये दूरी 36 मिनट में पूरी की जा सकेगी। ये रूट एयरपोर्ट को शहर से जोडऩे के अलावा इंदौर से आने वाले चाटर्ड बस सेवा के यात्रियों को त्वरित गति से शहर के अंदरूनी इलाकों तक पहुंचने में मदद करेगा।
बसंतकुंज, सांई बोर्ड, 10 नंबर चौराहा, हबीबगंज नाका, मानसरोवर, नूतन कॉलेज, शारदा मंदिर, जैन मंदिर, माता मंदिर, टीटी नगर स्टेडियम, रोशनपुर चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, कमलापार्क, कफ्र्यू वाली माता मंदिर, एमजी हॉस्पिटल, कलेक्ट्रेट, ईदगाह हिल्स, लालघाटी, मनुआभान टेकरी, एयरपोर्ट, एयरोसिटी, एनएच 12 जंक्शन भौंरी बायपास।
इंदौर एमआर 10 रूट पर एएआइ से मंजूरी मिल गई है, वहां रनवे के नीचे से मेट्रो रूट निकाला जाना है। भोपाल में अगले फेज में बसंतकुंज रूट को शामिल करने पर चर्चा जारी है। -विवेक अग्रवाल, प्रमुख सचिव, नगरीय विकास विभाग