निरीक्षण के दौरान हर गड्ढे पर भाजपा की पिछली सरकार को कोसा। मंत्री सज्जनसिंह ने कहा प्रदेश की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से अच्छा बताया जा रहा था, क्या अमेरिका में बारिश के बाद सड़कें ऐसे ही उखड़ जाती हैं। उन्होंने पिछली सरकार द्वारा भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए, इसकी जांच कराने की बात कही। शाम सवा चार बजे निरीक्षण शुरू किया, जो रात साढ़े सात बजे तक चला। नर्मदा हॉस्पिटल के पास की सड़क से शुरू हुआ निरीक्षण डिपो चौराहा पर समाप्त किया गया। खासतौर पर पीडब्ल्यूडी के ही अफसर-इंजीनियर शामिल थे। ईएनसी आरके मेहर भी निरीक्षण में साथ थे। मंत्री के निरीक्षण के पहले ही शहर की सड़कों पर सीपीए और पीडब्ल्यूडी ने पैचवर्क के नाम पर डामर के थेगड़े लगाना शुरू कर दिए थे। मंगलवार सुबह 10 नंबर मार्केट की सड़कों पर गड्ढों पर डामर लगाया गया। शाहपुरा से गुलमोहर की और तिराहे पर गड्ढों को डामर से ढंक दिया गया है। डामर के थेगड़ों से सड़कें उबड़ खाबड़ हो गई हैं। अब पैचवर्क की रोड पर वाहन चालकों को झटका लग रहा है। सड़कों की मरम्मत रात के समय करने के निर्देश दिए, ताकि दिन में ट्रैफिक बाधित न हो।
शहर की बदहाल सड़कों को लेकर दोनों मंत्रियों ने सभी निर्माण एजेंसियों से एक साथ बैठक का निर्णय लिया। पीडब्ल्यूडी, सीपीए और नगर निगम तीनों एजेंसियों के अफसर इंजीनियर को एक जगह बैठाकर सड़कों को बेहतर करने व हाल में निर्मित सड़कों की बदहाली के कारण तलाशे जाएंगे। बताया जा रहा है कि अगले तीन से चार दिन में ये बैठक हो सकती है।
ईएनसी पीडब्ल्यूडी आरके मेहरा ने बताया प्रदेशभर में सड़कें दुरुस्त करने 30 नवंबर तक का लक्ष्य है। भोपाल में अगले 20 दिन में काम पूरा करना तय किया है। हम प्रति सप्ताह प्रगति की समीक्षा करेंगे।
पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा से कहा कि भाई देखो यहां सड़कों की हालत कैलाश विजयवर्गीय के गाल जैसी हो गई है। इसके बाद दोनों हंसते हुए आगे बढ गए। शर्मा ने कहा कि जैसी भी हो इन्हें ठीक करना अब हमारी जिम्मेदारी है।