पुलिस के मुताबिक नेहरू नगर निवासी 33 वर्षीय प्रदीप द्विवेदी पिता हीरालाल द्विवेदी नीलबड़ चौराहे पर पान की गुमठी चलाता है। रंगपंचमी पर शनिवार शाम करीब 5 बजे प्रदीप अपने अन्य तीन दोस्तों के साथ कनक स्वीट्स नीलबड़ चौराहे के पास के ढोल बजवाकर नाचते-गाते हुए रंग खेल रहा था। इसी बीच नीलबड़ निवासी जितेंद्र पराशर ढोल वालों को अपने साथ ले जाने के लिए आया। इस पर प्रदीप ने उसे 15 मिनट बाद आने को कहा। जितेंद्र चला गया। थोड़ी देर बाद वह फिर आया तब भी प्रदीप ने उसे टरका दिया। इस बार जितेंद्र भडक़ उठा। वह अपने साथी मोहित, नरेंद्र, गब्बर मारण, विक्रम, महेंद्र मारण, प्रदीप मारण, सुशील, नीलेश, शेखर, जसपाल, सुजीत, राहुल के साथ प्रदीप समेत उसके साथियों के साथ मारपीट कर दी। दोनों पक्षों से जमकर लात-घूंसे चले। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के युवकों को थाने लेकर पहुंची। थाने में पुलिस अभी दोनों पक्षों से बातचीत कर रही थी। तभी जितेंद्र के साथियों ने थाने के बाहर खड़ी प्रदीप की कार में तोडफ़ोड़ कर दी। उपद्रवियों ने डंडे और पत्थर से कार के कांच फोड़ दिए। गेट उखाड़ दिया।
पुलिस के सामने हुड़दंग मचा रहे उपद्रवी भागे
कार में तोडफ़ोड़ के दौरान रातीबड़ थाने के पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे। इसके बाद भी आरोपी वाहन में तोडफ़ोड़ करते रहे। इतना ही नहीं पुलिस के सामने ही हुड़दंग मचाते हुए वह फरार हो गए। पीडि़त प्रदीप की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट, बलवा और तोडफ़ोड़ का केस दर्ज किया है।
आधे घंटे तक दहशत-हंगामा
इलाके में आधे घंटे तक उपद्रवियों ने हंगामा मचाया। स्थानीय रहवासी दहशत में रहे। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में उपद्रवी लाठी-डंडे लहराते हुए दिख रहे हैं। थाना प्रभारी जेपी त्रिपाठी ने बताया कि मारपीट में कोई घायल नहीं हुआ है। एक दो लोगों को मामूली चोट लगी है।