दरअसल हरी सौंफ का प्रयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है। इस कारण उसमें हरा रंग मिलाया जाता है। लेकिन इसमें ज्यादा हरा रंग मिला था। भेल क्षेत्र में मिठाई दुकानों से चार मावा मिठाई के सैम्पल लिए गए। चलित लैब अगले दो सप्ताह तक शहर में अलग-अलग स्थानों पर घूमेगी। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र वर्मा ने बताया कि अधिकारी तो अलग-अलग दुकानों और प्रतिष्ठानों से सैम्पल लेने की कार्रवाई कर रहे हैं। लेकिन चलित लैब के माध्यम से आम जनता को ये सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इसमें घरों में उपयोग होने वाले मिर्च, मसाले, दाल, सूजी व अन्य खाद्य पदार्थों की जांच कराई जा सकती है। अगर कोई सैम्पल फेल पाया जाता है तो संबंधित दुकानदार और उत्पाद बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हाट बाजारों में बिक रहे मसाले टारगेट पर
इस बार हाट बाजार में बिकने वाले मसालों के सैम्पल लेने के निर्देश भी अधिकारियों ने दिए हैं। शहर में हर दिन अलग-अलग स्थानों पर हाट बाजार में बड़े स्तर पर खुला मसाला बेचा जा रहा है। मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इस बार इनके सैम्पल लेकर स्पॉट पर ही जांच कर जनता को रिपोर्ट प्रस्तुत की जा रही है। शहर में भेल, बरखेड़ा, कोलार, बिट्टन सहित कई अन्य जगह रोजाना बदल-बदल कर हाट बाजार लगती है। इसमें बड़े स्तर पर खुले मसाले बेचे जाते हैं। अभी तक इन पर किसी का ध्यान नहीं है।