खिड़की से हाथ डालकर चोरी कर लेते थे
टीआई हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि 27 मई को उज्जैन की डॉक्टर स्मिता करजगांवकर त्रिशताब्दी एक्सप्रेस से नागपुर जा रही थीं। रात डेढ़ बजे ट्रेन बरखेड़ी फाटक के पास धीमी हुई तो आमिर समेत उसके तीनों साथी चलती ट्रेन में खिड़कियों में लटक गए। स्मिता सिर के नीचे पर्स रखकर सो रही थी। जिसे आमिर खिड़की से हाथ डालकर चोरी कर लिया। वह चलती ट्रेन से कूदकर भाग निकला था। पर्स में 13 हजार नकदी, छह लाख कीमती सोने-डायमंड के गहने थे।
मोबाइल की आखिरी लोकेशन मिली थी
आरक्षक राजेश शर्मा ने बताया कि वारदात के तरीके से आमिर पर पुलिस को संदेह था। पुलिस ने स्मिता के मोबाइल की डिटेल देखी। तो पता चला कि स्मिता मोबाइल की आखिरी लोकेशन आमिर के घर के पास की थी।
पहले अकेले था, अब गिरोह बना लिया
आमिर पहले अकेले ही ट्रेन में वारदात को अंजाम देता था। पहले वह गेट के पास खड़े यात्री का मोबाइल छीनकर भागता था। जनवरी में पकड़े जाने के बाद जब वह जमानत से बाहर आया तो गिरोह बना लिया। वह ऐसे ट्रेक पर खड़ा होता है, जहां ट्रेन की रफ्तार धीमी होती है। निशातपुरा से भोपाल स्टेशन, बरखेड़ी से स्टेशन के बीच वह वारदात को अंजाम देता है।