छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार तक फैलने के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश ( arrived mansoon ) कर रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 36 घंटों के दौरान इसके और आगे बढऩ़े के लिए स्थितियां बन रही हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले 4 दिनों में भोपाल में बारिश हो सकती है।
वहीं मध्य अरब सागर के शेष भागों में, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के साथ उत्तरी अरब सागर के कुछ हिस्से, दक्षिण गुजरात, मध्यप्रदेश व पूर्वी यूपी के कुछ हिस्से में मानसून की स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। जिससे सोमवार को मध्यप्रदेश में मानसूनी गतिविधियां नजर आईं।
आज यहां बारिश
सोमवार को उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, डिंडोरी, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, छिंदवाड़ा, इंदौर, धार, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर में बारिश होने के आसार हैं।
1-23 जून के बीच बारिश का आंकड़ा (बारिश एमएम में)
प्रदेश सामान्य अबतक प्रतिशत
मध्यप्रदेश 71.5 33.2 -53%
राजस्थान 30.3 31.8 +5%
छत्तीसगढ़ 115.6 98.5 -15%
ज्यादातर हिस्सों में बारिश की कमी
सामान्य से तकरीबन 10-12 दिन पीछे चल रहे मानसून के चलते पूरा देश 1 जून से 23 जून के बीच सामान्य से 38 फीसदी बारिश की कमी का सामना कर रहा है। इस दौरान पूरे देश में 114.2 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन हुई केवल 70.9%। हालांकि राजस्थान में मानसून की संभावित देरी के बावजूद अभी तक वहां बारिश सामान्य से 5 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं मध्यप्रदेश में बारिश की 53 प्रतिशत कम हुई है।
बिजली गिरने से दो बच्चों की मौत
रविवार को भोपाल संभाग सहित इंदौर, शहडोल, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन और होशंगाबाद संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश दर्ज की गई। अन्य संभागों में मौसम शुष्क रहा। इससे वहां तापमान बढ़ा रहा। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम 41 डिग्री सेल्सियस तापमान रायसेन, राजगढ़, सागर और खरगोन में दर्ज हुआ। उधर, बालाघाट जिले के डोंगरगांव में आसमानी बिजली गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई।