इस दौरान सीएस ने कहा कि बारिश ने प्रदेश में फसलों को बर्बाद कर दिया है। केंद्रीय दल को नुकसान के डाटा भी बताए गए। सीएस ने बताया कि प्रदेश में एक जून से 30 सितम्बर तक की अवधि में 1348.3 एम.एम. वर्षा हुई, जो सामान्य से 43 प्रतिशत अधिक है। प्रदेश के 20 जिले अतिवृष्टि से प्रभावित हैं। भारी बारिश के कारण लगभग 75 हजार लोगों को राहत शिविरों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर लाना पड़ा और लगभग 289 राहत शिविर संचालित किये गये।
आर्थिक जरूरत यूं बताई
– क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत के लिए 2285.88 करोड़
– फसलों को हुए नुकसान के लिए 3742 करोड़
– क्षतिग्रस्त मकानों और जानमाल के नुकसान की भरपाई के लिए 579.५६ करोड़
– आपदा राहत के लिए 13.़44 लाख की सहायता की जरूरत
ये नुकसान बताया
– 60.52 लाख हेक्टेयर खरीफ फसल बर्बाद
– 55.36 लाख किसान प्रभावित
– 11 हजार किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त
– 18 हजार 604 बिजली के खंबे और ट्रांन्सफार्मर क्षतिग्रस्त
– 1.2 लाख मकान भी ध्वस्त हो गए