आरोप पत्र बेहद दुर्भाग्यपूर्णः शिवराज
आरोप पत्र जारी करने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ‘ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि चार महीने की सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी करना पड़ रहा है।’ शिवराज ने दावा करते हुए कहा कि, दस दिनों के भीतर किसान कर्जमाफी के वादे पर सत्ता में आई कमलनाथ सरकार के बारे में, मैं ये बात रिकॉर्ड के हवाले से कह रहा हूं कि, मध्य प्रदेश में अब तक किसी किसान का कर्जमाफ नहीं हुआ है। कर्ज़माफ़ी के नाम पर प्रदेश की जनता के साथ ठगी और धोख़ा किया गया है।’
कमलनाथ से मांगा इन सवालों का जवाब
शिवराज सिंह ने सीएम कमलनाथ पर सीधे तौर पर हमला करते इन आरोपों पर जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि, ‘मैं रोज़ाना किसानों और जनता के बीच जाता , रोज किसानों से बात करता हूं, जो ये बताते हैं कि अब तक कर्ज़ माफ़ नहीं हुआ। प्रदेश सरकार ने प्रदेश के बेरोज़गारों को सुनहेरे सपने दिखाए, उनसे वादा किया कि, सत्ता में आने पर उन्हें बेरोज़गारी भत्ता दिया जजाएगा। लेकिन, आज की तारीख़ तक एक भी युवा को बेरोज़गारी भत्ता नहीं मिला।
इनपर भी शिवराज का हमला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी आरोप लगाते हुए शिवराज ने कहा कि, ‘समझ नहीं आता कि, कांग्रेस अध्यक्ष इतना झूठ बोल कैसे लेते हैं। कहते हैं चित्रकूट में मोबाइल बनाने की फैक्टरी लगाएंगे। शिवराज ने दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना चुटकी लेते हुए कहा कि, एमपी के पूर्व सीएम को जनरेटर के सहारे सभा करनी पड़ रही है। यहां तक कि, कमलनाथ के मतदान करते समय भी बिजली गुल हो गई थी। शिवराज ने कहा कि, अब हमें बताइये, क्या इसमें भी भाजपा का ही हाथ है। मंत्री आपके आरोप बीजेपी पर। शिवराज ने कमलनाथ से कहा कि, ‘अगर आपकी सरकार काम करने लायक नही तो उन्हें हटाओ।’